दरभंगा। बिहार के दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार के कार्यालय पर उस वक्त हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. जब एक किन्नर अपनी गुहार लेकर एसएसपी के गाड़ी के समक्ष खड़ा हो गया और गाड़ी को रोकनी पड़ी. यह तमाशा देख एसएसपी अवकाश कुमार के बॉडीगार्ड ने किन्नर को हाथ पकड़ कर खींचकर गाड़ी के सामने से हटा दिया. इन सब के बाद मयूरी किन्नर नामर ने तमाशा खड़ा कर दिया.

दरअसल, प्रत्येक शुक्रवार की तरह इस शुक्रवार को भी दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार का जनता दरबार का दिन था. लेकिन इस शुक्रवार को एसएसपी की पुलिस पदाधिकारियों और सभी थाना क्षेत्रों के स्तर पर मीटिंग चल रही थी, जिसको लेकर एसएसपी काफी व्यस्त थे. इसी बीच वो जरूरी काम से अपने कार्यालय से निकल कर जैसे ही गाड़ी में सवार होकर जाने लगे, एक किन्नर ने उनकी गाड़ी को सामने से आकर रोक दिया और अपनी फरियाद सुनाने लगा।

किन्नर ने एसएसपी से कहा कि चाहे हमारी जान चली जाए, हम सर को नहीं जाने देंगे. मेरा जमीनी का विवाद है और हमारे परिवार के लोग हमसे मारपीट करते हैं. हम थाने का चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं. लेकिन मेरा कोई नही सुन रहा है. पहले तो एसएसपी का बॉडीगार्ड ने किन्नर को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माना तो एसएसपी के बॉडीगार्ड ने किन्नर का हाथ पकड़ कर गाड़ी के सामने से खींच कर हटा दिया. तब जाकर एसएसपी का गाड़ी जा सका।

वहीं मयूरी किन्नर ने बताया कि वे बहादुरपुर के पतोड़ ओपी थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उन्होंने अपने भाई मो. अनवर पर आरोप लगाया कि मेरा भाई मेरे साथ मारपीट व गाली गलौज करता है और मेरे हक की जमीन नहीं दे रहा है. बहादुरपुर थाने में इस मामले की हमने शिकायत की, लेकिन बहादुरपुर थाना कुछ नहीं कर रहा है. इसी बात की शिकायत करने में वरीय पुलिस अधीक्षक के जनता दरबार में आवेदन लेकर आई थी. ताकि हम न्याय मिल सकें, लेकिन एसएसपी बिना मुलाकात किए निकल गए।