◆नई शिक्षक नियमावली के विरोध में माध्यमिक शिक्षक संघ का तिरहुत कमिश्नरी पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन, जिला मुख्यालय पर धारणा कल 22 मई से!
#MNN@24X7 मुजफ्फरपुर। कल शनिवार का दिन शिक्षक आंदोलन को ले ऐतिहासिक रहा। बिहार मध्ययमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी प्रमंडल मुख्यालय पर हजारो की संख्या में माध्यमिक शिक्षको, उच्च माध्यमिक शिक्षको, पुस्तकालयाध्यक्षो व शिक्षकेत्तर कर्मियों ने हल्ला भोला। तिरहुत प्रमंडल पर प्रदर्शन के लिए बीबी कॉलेज परिसर में सुबह से ही संबंधित जिलों के शिक्षक पहुँचने लगे। मुजफ्फरपुर समेत वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के शिक्षक दिन के 11 बजे तक हजारो की संख्या में बीबी कॉलेज पहुँच गए।
फिर शुरू हुआ सरकार विरोधी नारों का दौर। अपनी मांगों के समर्थन में शिक्षको का हुजूम पैदल मार्च करते हुए तिरहुत कमिश्नरी के चम्पारण द्वार पर एकत्रित हुए। पूरा मुजफ्फरपुर शहर राज्य सरकार विरोधी नारों से गूंज उठा। शिक्षको के अनुशासित मार्च को देख आम लोग भी कहने लगे कि यही है बिहार की नीतीश सरकार की उपलब्धि। लोग कहते नहीं थक रहे थे कि शिक्षको को सब कुछ दे कर नीतीश सरकार सड़क पर खड़ा कर दी है। शिक्षको का नारा था कि ‘वेतन चोर गद्दी छोड़’, ‘अध्यापक नियमावली एक धोखा है!’, ‘अपनी मांगे लड़ कर लेंगे व नई शिक्षक नियमावली के दोषपूर्ण प्रावधानों को वापस लेना होगा।’
तिरहुत प्रमंडल के कमिश्नर ने शिक्षको के विरोध-प्रदर्शन से संबंधित ज्ञापन बिहार के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया तब जा कर शिक्षक वापस लौटे।
पूर्वी चम्पारण जिला इकाई की तरफ से विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष नवल किशोर सिंह, सचिव बुन्नीलाल ठाकुर, उपाध्यक्ष नजीउल्लाह खान, डॉ रंजीत कुमार, जीवेश कुमार सिंह, कीर्ति कुमारी, सुनील कुमार सिंह, बिपीन कुमार झा, भारतेंद्र सिंह, जावेद खान, रत्नेश कुमार सिंह, उपेंद्र कल्याण, मुन्ना कुमार पांडेय, अमरजीत झा, राजेश कुमार सिंह, मो साजिद हुसैन, राम कुमार, आशा कुमारी, नीतू सिंह आदि कर रहे थे। मालूम हो कि राज्य सरकार द्वारा आंदोलन करने पर कार्यवाई की घोषणा के बाद शिक्षको का आंदोलन और भी अधिक रफ्तार पकड़ लिया हैं। नई अध्यापक नियमावली, 2023 के खिलाफ कल सोमवार से प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर मध्ययमिक शिक्षको का धारण शुरू हो रहा है।