का० राजाराम हमारे प्रेरणास्रोत बने रहेंगे- सुरेंद्र प्रसाद सिंह।
का० राजाराम के असामयिक निधन से माले को अपूरणीय क्षति- ललन कुमार।
#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 3 सितंबर, नहीं रहे भाकपा माले के वरीष्ठ नेता का० राजाराम (74)। 1 सितंबर की रात्रि पीएमसीएच में वे अंतिम सांस लिये। वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और पीएमसीएच में ईलाजरत थे। का० राम वर्तमान में भाकपा माले के बिहार राज्य स्थाई समिति सदस्य थे। वे 1974 के आंदोलन के चर्चित नेता थे। वे लंबे समय तक भाकपा माले केंद्रीय कमिटी के सदस्य थे। वे केंद्रीय कंट्रोल कमीशन के अध्यक्ष भी रहे थे। 1982 में गठित आईपीएफ के संस्थापक महासचिव भी थे।
अपने प्रिय नेता की याद में भाकपा माले प्रखंड कमिटी के बैनर तले स्थानीय मोतीपुर वार्ड-25 में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा की शुरूआत दिवंगत कामरेड की याद में दो मिनट मौन श्रद्धांजलि से किया गया।सभा की अध्यक्षता प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया। प्रखंड कमिटी सदस्य ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, शंकर महतो, मुंशीलाल राय, संजीव राय, मनोज कुमार सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह समेत रतन सिंह, ललन दास, रवींद्र प्रसाद सिंह, अनील सिंह, कैलाश सिंह, मो० कयूम मुन्ना आदि ने सभा को संबोधित करते हुए मृतक के प्रति शोक व्यक्त किया।
भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य ललन कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब देश में संविधान, लोकतंत्र बचाने, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ आंदोलन चल रहा है, वैसे समय में हमारे प्रिय साथी का चला जाना हमारे आंदोलन के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि का० राजाराम हमारे लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। उनके अधूरे कार्यों को हमें मंजिल तक पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए। यही संकल्प का० राजाराम के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।