पटना: राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक चर्चा में आ गए. जेडीयू के नेता परोक्ष रूप से नीतीश कुमार का नाम राष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के बेहतर उम्मीदवार हैं और देश में उन जैसा कोई लीडर नहीं है. नीतीश कुमार का नाम आने पर बिहार की मुख्य विपक्षी दल आरजेडी और कांग्रेस ने भी समर्थन का ऐलान अभी से ही कर दिया है. राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए नीतीश कुमार के नाम पर बिहार एकजुट है. विपक्षी दल आरजेडी और कांग्रेस ने भी उनके नाम का समर्थन किया है.

आरजेडी सांसद मनोज झा ने नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद के योग्य बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार का कोई भी राष्ट्रपति बने तो यह आरजेडी के लिए खुशी की बात है. मनोज झा ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बाद अभी तक बिहार से कोई दूसरा राष्ट्रपति नहीं बना पाया है. हमलोग पहले से ही कहते रहें हैं कि बिहार का कोई राष्ट्रपति बने. वहीं कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि इसको कौन नकार सकता है. नीतीश कुमार में क्षमता की कोई कमी नहीं है. बिहार का कोई भी राष्ट्रपति बने तो बिहार कांग्रेस को काफी खुशी होगी.

आरजेडी प्रवक्ता मृत्युजंय तिवारी ने कहा कि अगर कोई बिहार का उम्मीदवार होता है तो वाकई गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बाद अभी तक बिहार से कोई दूसरा राष्ट्रपति नहीं बना पाया है. अगर नीतीश कुमार को एनडीए उम्मीदवार बनाती है तो उनकी पार्टी समर्थन करेगी. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पर नीतीश कुमार और जेडीयू एनडीए के पार्ट हैं. इसलिए ये फैसला करना एनडीए का काम है. अगर बिहारी के अलावा किसी अन्य को एनडीए उम्मीदवार बनाती है तो उनकी पार्टी महागठबंधन के साझा उम्मीदवार का समर्थन करेगी और उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करेगी.

इससे पहले बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले श्रवण कुमार ने सबसे पहले चर्चा की शुरूआत की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के सारे गुण मौजूद है. उन्होंने केन्द्र में मंत्री रहकर बेहतर काम किया है. मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने बिहार का कायापलट किया है. बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने भी कहा कि पूरे देश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे कोई नेता नहीं है, लेकिन राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने जैसी कोई बात अभी नहीं है.

बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार में योग्यता तो बहुत चीज के लिए है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जैसा लीडर तो देश में कोई है ही नहीं. इसको तो सब मानता है. ना सिर्फ पार्टी के लोग बल्कि पार्टी के बाहर के लोग भी इसको मानते हैं. अशोक चौधरी ने कहा है कि पॉलिटिक्स में कुछ भी संभव है. उन्होंने कहा कि संख्या पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नहीं बनता है. उस समय की राजनीतिक परिवेश से बनता है. बहुत कम संख्या लेकर भी इस देश में लोग प्रधानमंत्री बने हैं. अशोक चौधरी का साफ कहना है कि कोई यह नहीं समझे कि हमारे पास कम संख्या है तो नीतीश कुमार राष्ट्रपति नहीं बन सकते हैं.

बता दें कि इससे पहले भी विपक्षी खेमे से नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की चर्चा तेज थी. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गुपचुप मुलाकात ने इस चर्चा को और भी बल दे दिया था. हालांकि नीतीश कुमार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था. नीतीश कुमार कह चुके हैं कि उनकी इस पद को लेकर कोई दावेदारी नहीं है और न ही इच्‍छा है. हालांकि वह इच्छा जता चुके हैं कि केंद्र की राजनीति में जाना चाहते हैं. बतातें चलें कि 18 जुलाई को भारत के 15वें राष्ट्रपति का चुनाव होगा. 21 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है.