पटना: राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक चर्चा में आ गए. जेडीयू के नेता परोक्ष रूप से नीतीश कुमार का नाम राष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ा रहे हैं. नीतीश कुमार का नाम आने पर बिहार की मुख्य विपक्षी दल आरजेडी और कांग्रेस ने भी समर्थन का ऐलान अभी से ही कर दिया है. राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए नीतीश कुमार के नाम पर बिहार एकजुट है. विपक्षी दल आरजेडी और कांग्रेस ने भी उनके नाम का समर्थन किया है. इस बीच बीजेपी प्रवक्ता का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के लिए सबकुछ है.
राष्ट्रपति के लिए नीतीश कुमार का नाम आने पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि देश में सैकड़ों हजारों की संख्या में योग्य व्यक्ति हैं, जो राष्ट्रपति बन सकते हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि नीतीश कुमार में भी योग्यता क्षमता सबकुछ है राष्ट्रपति बनने के लिए. उन्होंने कहा कि लेकिन राष्ट्रपति के लिए हमारे प्रधानमंत्री और एनडीए घटक दल के जो नेता हैं वो बैठकर तय करेंगे कि कौन राष्ट्रपति का उम्मीदवार होगा. नीतीश कुमार का नाम सामने आयेगा तो बीजेपी समर्थन करेगी. इस सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए का उम्मीदवार तय होने पर देखा जाएगा और जो भी एनडीए के उम्मीदवार होंगे. सब लोग उस उम्मीदवार के साथ होंगे.
इससे पहले आरजेडी सांसद मनोज झा ने नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद के योग्य बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार का कोई भी राष्ट्रपति बने तो यह आरजेडी के लिए खुशी की बात है. मनोज झा ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बाद अभी तक बिहार से कोई दूसरा राष्ट्रपति नहीं बना पाया है. हमलोग पहले से ही कहते रहें हैं कि बिहार का कोई राष्ट्रपति बने. वहीं कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि इसको कौन नकार सकता है. नीतीश कुमार में क्षमता की कोई कमी नहीं है. बिहार का कोई भी राष्ट्रपति बने तो बिहार कांग्रेस को काफी खुशी होगी.
बता दें कि बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले श्रवण कुमार ने सबसे पहले इस चर्चा की शुरूआत की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के सारे गुण मौजूद है. उन्होंने केन्द्र में मंत्री रहकर बेहतर काम किया है. मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने बिहार का कायापलट किया है. बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने भी कहा कि पूरे देश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे कोई नेता नहीं है, लेकिन राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने जैसी कोई बात अभी नहीं है.
बता दें कि इससे पहले भी विपक्षी खेमे से नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की चर्चा तेज थी. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गुपचुप मुलाकात ने इस चर्चा को और भी बल दे दिया था. हालांकि नीतीश कुमार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था. नीतीश कुमार कह चुके हैं कि उनकी इस पद को लेकर कोई दावेदारी नहीं है और न ही इच्छा है. हालांकि वह इच्छा जता चुके हैं कि केंद्र की राजनीति में जाना चाहते हैं. बतातें चलें कि 18 जुलाई को भारत के 15वें राष्ट्रपति का चुनाव होगा. 21 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है.