#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा पीएच डी कोर्स में गलत प्रवेश हेतु विश्वविद्यालय पर अनुचित दबाव देने हेतु कुछ लोगों द्वारा नाजायज एवं अवैध रूप से विश्वविद्यालय की संपत्ति को क्षति पहुंचाई गई, सरकारी कार्यों में बाधा डाला गया, विश्वविद्यालय का घेराव किया गया तथा गार्डों के साथ धक्का- मुक्की भी किया गया।
ज्ञातव्य है कि हाल ही में घोषित परीक्षा परिणाम के विरुद्ध 7 छात्र- छात्राओं ने आवेदन दिया, जिनकी शिकायतों को ध्यान में रखते हुए जांचोपरांत जानकारी निम्नवत् है- वाणिज्य की छात्रा नूतन कुमारी को परीक्षा में 75 अंक प्राप्त हुए, जबकि उनकी कैटेगरी में 82 प्रतिशत अंक कट ऑफ रहा है।
वाणिज्य के ही वैभव कुमार झा को कुल 77 अंक प्राप्त हुए, जबकि कट ऑफ 82 अंक है। वाणिज्य के ही अविनाश कुमार ठाकुर को 75 अंक प्राप्त हुए, जबकि कट ऑफ 82 अंक रहा है। वाणिज्य के ही अभिषेक कुमार को 81 अंक प्राप्त हुए, जबकि कट ऑफ 82 अंक रहा है। वहीं भूगोल के अशोक कुमार को 80 अंक प्राप्त हुए, जबकि कट ऑफ 85 रहा है, जबकि इतिहास के छात्र रमेश कुमार ठाकुर की श्रेणी में न्यूनतम कट ऑफ 73 अंक में कई छात्र होने के कारण इस श्रेणी में स्नातकोत्तर परीक्षा में सर्वाधिक 68.43 अंक प्राप्त करने वाले छात्र को उत्तीर्ण घोषित किया गया,
जबकि शिकायतकर्ता को पीजी में मात्र 65.56 अंक ही हैं।
कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि परीक्षा परिणाम पूरी तरह स्वच्छता एवं पारदर्शिता के साथ प्रकाशित किया गया है और पूरी तरह योग्यता के आधार पर ही छात्रों का चयन किया गया है। विश्वविद्यालय किसी भी दबाव में गैरकानूनी या अनुचित तरीके से नामांकन नहीं ले सकती है।
कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने कहा कि किसी भी परीक्षा के घोषित परिणाम से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर भी दो काउंटर खोला है, जहां उनकी शिकायती आवेदनों को प्राप्तकर त्वरित जांच की जाती है।
उन्होंने बताया कि पैट परीक्षा परिणाम में भी विश्वविद्यालय में छात्रों की शंकाओं को दूर करने एवं उन्हें संतुष्ट करने के लिए आवेदन के माध्यम से उन्हें अपनी शिकायत दर्ज करने की अपील की थी। जिन छात्रों ने आवेदन दिया उनकी सावधानीपूर्वक जांच की गई। इसके बावजूद इस तरह के उपद्रव निंदनीय है।