#MNN@24X7 समस्तीपुर, बाल विवाह और बच्चों के यौन शोषण को रोकने के लिए भारत में कई कानून होने के बावजूद आज भी हर साल कम से कम 15 लाख बेटियां बाल विवाह का शिकार हो जाती हैं। इनकी शिक्षा, स्वास्थ्य व सुरक्षा को सुनिश्चित करने में बाल विवाह सबसे बड़ी बाधा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार हर जिले में हर साल औसतन बाल विवाह का एक ही केस दर्ज किया जाता है। यह चिंताजनक बात है। बाल विवाह के प्रति उनकी सोच व व्यवहार में बदलाव लाने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का बीड़ा प्रयास संस्थान समस्तीपुर ने उठाया है। इसी के लिए प्रयास संस्थान ने ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान की शुरुआत इस जागरूकता कार्यक्रम से किया गया है।
इस जागरूकता कार्यक्रम के तीन मुख्य लक्ष्य हैं
1. कानून का सख्ती से पालन हो, यह सुनिश्चित करना।
2. बच्चों की सहभागिता बढ़ाना और उनका सशक्तीकरण करना।
3. यौन शोषण से बच्चों को सुरक्षा देना।
यह कार्यक्रम माउंट कार्मेल इंटरनेशनल स्कूल के बच्चो और शिक्षकों के बीच की गई है
प्रभात कुमार ने बताया कि बाल विवाह को रोक कर सामाजिक व्यवहार व सोच में बदलाव लाकर बाल विवाह रूपी अपराध को खत्म करना है।मौके पर प्रयास संस्थान के कार्यकर्ता सोनेलाल ठाकुर उपस्थित हो कर इस जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाया।