#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के बनियापुर में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि जल प्रबंधन एक बड़ी समस्या है। बिहार में 50 प्रतिशत खेती योग्य भूमि बाढ़ प्रभावित है और उतनी ही भूमि सूखे से ग्रसित है। ये समस्या दिखाती है कि बिहार में जल प्रबंधन पूरी तरह विफल है।
उन्होंने कहा कि देश में बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां पिछले 10 सालों में 11 प्रतिशत सिंचित भूमि कम हो गई है। यानि 10 वर्ष पहले 100 एकड़ जमीन को नहरों, ट्यूबवेल के जरिए संचाई की सुविधा उपलब्ध थी, तो रख-रखाव के अभाव में घटकर ये 89 एकड़ रह गया है। इन सभी समस्याओं के बाद भी जो किसान खेती कर रहे हैं, उनको फसलों के दाम नहीं मिल रहे हैं। जल प्रबंधन की कुव्यवस्था की वजह से किसानों की हालत और खराब है।