जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
#MNN@24X7 दरभंगा। 15 नवम्बर को पर्यवेक्षण/बाल गृह परिसर मे बाल अधिकार संरक्षण सप्ताह (14-20 नवंबर) के तहत जिला बाल संरक्षण इकाई, दरभंगा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री, समाज कल्याण विभाग, मदन सहनी ने भाग ले कर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त महोदया शामिल हुईं।
सर्वप्रथम मंत्री समाज कल्याण विभाग, मदन सहनी एवं उप विकास आयुक्त महोदया को पाग, अंग वस्त्र ,बुके व मिथिला पेंटिंग से स्वागत किया गया। बाल गृह के बच्चों ने अतिथियों के स्वागत में स्वागत गान व देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया। बाल गृह एवं पर्यवेक्षण गृह के एक- एक बच्चे ने भाषण दिया।
तदुपरांत समाज कल्याण विभाग मंत्री मदन सहनी ने पर्यवेक्षण गृह के बच्चों को वोकेशनल कोर्स से जोड़ने के उद्देश्य से सिलाई प्रशिक्षण (किशोर न्याय परिषद के प्रयास से प्रभास दास फाउंडेशन द्वारा) का उद्घाटन करने के बाद जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
यह रथ दरभंगा जिले के सभी प्रखंडों का भ्रमण कर जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित योजनओं व गतिविधियों के साथ कानूनी रूप से बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया का प्रचार करेगी। इसका एक उद्देश्य सामाजिक कारणों से परित्यक्त नवजात शिशु को फेंकने की बजाय सरकार द्वारा संचालित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में बिना अपनी पहचान बताये सौंपने की जानकारी देना भी है।
इसके बाद मंत्री समाज कल्याण विभाग मदन सहनी ने बाल गृह व पर्यवेक्षण गृह के बच्चों द्वारा बनायी गयी पेंटिंग एवं हस्तशिल्प कलाकृतियों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर, उनकी सराहना की। पुनः मंच पर UNCRC, (United Nation Child Right Convention) (बच्चों के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र कंवेंशन ) में अपनाये गये बच्चों के चार मुख्य अधिकार: जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, सहभागिता का अधिकार और संरक्षण का अधिकार के साथ बच्चों को नशा के दुष्परिणाम तथा बाल श्रम उन्मूलन के लिए सरकारी प्रावधानों पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की गयी।
बाल अधिकार संरक्षण सप्ताह (14-20 नवंबर) के दौरान दोनों गृहों के बच्चों के बीच आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे कैरम, लूडो, वालीबॉल, कबड्डी, पेंटिंग आदि मे सफल बच्चों को सर्टिफिकेट एवं शील्ड देकर प्रोत्साहित किया गया।
मंच का संचालन कर रहे पंकज कुमार सिन्हा ने बचपन पर स्वरचित कविता सुना कर सभी को बचपन की याद दिला दी।
मंत्री समाज कल्याण विभाग मदन सहनी ने दोनों गृहों के बच्चों को संबोधित करते हुए उन्हे सही रास्ते पे चलने तथा एक अच्छा नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सभी बच्चों को शिक्षा तथा व्यवसायिक प्रशिक्षण से जोड़ कर उन्हे समाज की मुख्य धारा में जोड़ने पर विशेष जोर दिया। बच्चों द्वारा गृह में रहते हुए अपनी पढाई जारी रखने तथा जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा बच्चों को वोकेशनल कोर्स से जोड़ने के प्रयासों की प्रशंसा की और ऐसे और प्रयास करने की सलाह दी।
मंत्री समाज कल्याण विभाग मदन सहनी ने सभी स्कूलों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को 25% आरक्षण का लाभ दिलवाने की कड़ाई से अनुपालन करवाने की आवश्यकता पर जोर दिया। पर्यवेक्षण गृह मे गंभीर व छोटे अपराधों के मामले में आवासित बच्चों के पृथक्करण तथा कम गंभीर मामलों के त्वरित निष्पादन की अपेक्षा व्यक्त की। कार्यक्रम के अंत मे सहायक निदेशक द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए माननीय मंत्री का आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई नेहा नूपुर ने की। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समेकित बाल विकास योजनाएं डॉ0 रश्मि वर्मा, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा सुश्री नेहा कुमारी, सदस्य किशोर न्याय परिषद, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सभी सदस्यों तथा जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल गृह एवं पर्यवेक्षण गृह के सभी कर्मियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।