प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने स्वच्छता के महत्व बताते हुए स्वयंसेवकों के इस अभियान को सराहा।
#MNN@24X7 दरभंगा। राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के अवसर पर एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर की साफ-सफाई किया जाना सराहनीय है। आज हमारे छात्र राष्ट्रीय मतदान दिवस के अवसर पर वोट देने हेतु शपथ भी ले रहे हैं। वहीं कल हमारा राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस पूरे देश में मनाया जाएगा। इस अवसर पर स्वच्छता अभियान के अनेक मायने हैं। उक्त बातें विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने विश्वविद्यालय के एनएसएस इकाई के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय परिसर स्वच्छता अभियान में शामिल पदाधिकारियों एवं एनएसएस स्वयंसेवकों को हरी झंडी देकर विदा करते हुए कही।
प्रति कुलपति ने स्वयंसेवकों को धन्यवाद देते हुए कहां की महात्मा गांधी स्वच्छता के प्रतीक हैं जो हर एक सार्वजनिक आयोजनों के पहले स्वयं ही स्थल की साफ सफाई किया करते थे। इस अभियान में हर तरह के व्यक्ति स्वतंत्र शामिल होते थे। हमें हर जगह स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को पान, बीड़ी, सिगरेट एवं गुटखा का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये सभी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। फिर भी यदि कोई व्यक्ति इनका सेवन करते हैं तो उन्हें किसी भी सार्वजनिक स्थल पर थुकने की इजाजत नहीं होनी चाहिए।
अपने संबोधन में पूर्व समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि स्वच्छता हमारी परंपरा रही है। हमलोग पर्व- त्योहारों, शादी- विवाह के मौको सहित राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर स्वच्छता नियमों का पालन करते हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि इस अभियान से उनके अंदर बैठे झूठे अहंकारों का नाश होगा तथा वे राष्ट्र के प्रति कर्तव्यनिष्ठ भी बन सकेंगे। स्वच्छता में भगवान का वास माना जाता है। हमें घर की तरह सभी सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखना चाहिए। स्वच्छ स्थल पर हमारी कार्यक्षमता भी बढती है तथा आने वाले व्यक्तियों का हमारे प्रति सम्मान भी बढ़ता है।
समन्वयक डा विनोद बैठा ने कहा कि यह स्वच्छता अभियान अन्य महाविद्यालयों के स्वयंसेवक तथा समाज के लिए प्रेरणादायक है। स्वयंसेवकों का कार्य प्रतीकात्मक होता है। इससे श्रम की सार्थकता भी सिद्ध होती है। उन्होंने कहा कि इससे छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ता है तथा समय- समय पर हमारे स्वयंसेवक इस तरह के समाजोपयोगी कार्य कर दूसरों को भी प्रेरित एवं उत्साहित करते हैं।
इस अवसर पर विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो शिशिर कुमार वर्मा, वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो बीबीएल दास, एनएसएस कोऑर्डिनेटर डा विनोद बैठा, पूर्व समन्वयक डा आर एन चौरसिया, कार्यक्रम पदाधिकारी- डा सुनीता कुमारी, डा सगुफ्ता खानाम, डा अमित कुमार सिन्हा, शिवनारायण राय, अविनाश कुमार, वरीय सेवयंसेवक राम नारायण पंडित तथा डा गुंजन कुमारी सहित विभिन्न महाविद्यालयों के 70 स्वयंसेवक उपस्थित थे।