आदेशों के अनुपालन होने से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, डब्ल्यू आई टी, सीएम लॉ कॉलेज, बायोटेक्नोलॉजी, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालय- परिसर आदि का होगा कायाकल्प।
#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी गत माह के अंतिम सप्ताह में अपने योगदान काल से ही एक्शन मोड में हैं। पिछले सप्ताह में ही उन्होंने एक दर्जन आदेश- पत्र जारी कर विश्वविद्यालय की कार्य संस्कृति तथा सक्रियता बढ़ा दी थी। उन्होंने पुनः कल ही 14 और आदेश- पत्र कुलसचिव के नाम निर्गत कर विश्वविद्यालय की लगभग अधिकांश मूलभूत समस्याओं को दूर करने की बेहतरीन पहल की हैं जो सबके बीच गहन चर्चा का विषय बन गया है। इन आदेशों के तामिल होने से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, डब्ल्यूआईटी, सीएम लॉ कॉलेज, बायोटेक्नोलॉजी, सभी कॉलेजों तथा परीक्षा विभाग के साथ ही विश्वविद्यालय परिसर का भी कायाकल्प हो जाएगा।
कुलपति ने दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की समस्याओं के निदान हेतु निदेशक के संयोजकत्व में पांच सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया है, जिनमें मानविकी संकायाध्यक्ष, सिंडिकेट सदस्य डा अमर कुमार एवं प्रो अशोक कुमार मेहता तथा डीएसडब्ल्यू प्रो विजय कुमार यादव सदस्य बनाए गए हैं, जबकि वित्तीय मुद्दों पर वित्तीय परामर्शी समिति को सलाह देंगे। वहीं सीएम लॉ कॉलेज, दरभंगा की समस्याओं के निदान हेतु प्रोफेसर इंचार्ज के संयोजकत्व में लॉ के संकायाध्यक्ष, कुलानुशासक प्रो अजयनाथ झा, उप कुलसचिव द्वितीय तथा विधि पदाधिकारी कमेटी के मेंबर होंगे। बायोटेक्नोलॉजी हेतु वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डा गजेंद्र प्रसाद के संयोजकत्व में पांच सदस्य समिति के सदस्यों में विज्ञान संकाय के अध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष, जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष तथा उप परीक्षा नियंत्रक (तकनीकी एवं व्यावसायिक) के नाम शामिल है जो समस्याओं के निदान हेतु शीघ्र रिपोर्ट देंगे। वहीं डा एपीजे अब्दुल कलाम डब्ल्यूआईटी की समस्याओं एवं निदान के विस्तृत उपाय देने हेतु डब्ल्यूआईटी के निदेशक के संयोजकत्व में समिति के सदस्य के रूप में डीएसडब्ल्यू, एफ ए (केवल वित्तीय मुद्दे), उप परीक्षा नियंत्रक (तकनीकी एवं व्यावसायिक) तथा संगीत के संकायाध्यक्ष सदस्य होंगे।
कुलपति ने विश्वविद्यालय के क्षेत्राधीन सभी स्ववित्त पोषित संस्थाओं की गत 5 वर्षों की वित्तीय स्थिति, शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की संख्या तथा नामांकित छात्रों की संख्या आदि की जानकारी कुलसचिव से टेबुलर फॉर्म में मांगी है। वहीं एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर तथा बायोइंफोर्मेटिक एंड बायोटेक्नोलॉजी लैब्स का एमओयू ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय तथा आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान से कराकर उसके उत्थान हेतु आवश्यक सुझाव मांगे जाएं।
कुलपति ने कुलसचिव से विश्वविद्यालय में अगले दीक्षांत समारोह आयोजन हेतु टैबुलर फार्म में सभी रिपोर्ट्स के स्टेप्स परीक्षा नियंत्रक से को-ऑर्डिनेट कर तैयार करवाने तथा आईक्यूएसी निदेशक की मदद से टीम तैयार करने का भी आदेश दिया है। इस फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में होने वाले सीनेट की बैठक से संबंधित चेकलिस्ट तैयार कराने और सीनेट की बैठक से संबंधित कार्यों की प्रगति के संबंध में कुलसचिव कुलपति कार्यालय को दैनिक रूप से अवगत कराएं, जबकि वित्तीय वर्ष 2024- 25 के बजट निर्माण के लिए वे वित्तीय परामर्श से को-ऑर्डिनेट करेंगे तथा इससे संबंधित हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी माननीय सिंडिकेट एवं सीनेट सदस्यों को नियमानुसार उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि सभी पदाधिकारी कुलपति सचिवालय में उपलब्ध रजिस्टर पर अपनी उपस्थित अवश्य बनाएंगे तथा बिना सक्षम पदाधिकारी की अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़े। कुलसचिव अनुकंपा के आधार पर शिक्षकेत्तर कर्मियों की बहाली की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करें।
वहीं कार्यालयों एवं विभागों में स्थापित बायोमेट्रिक्स की समस्याओं के लिए विश्वविद्यालय आईटी सेल को निर्देशित करेंगे कि वे स्थिति की पूरी रिपोर्ट शीघ्र जमा करें। उन्होंने आदेश दिया कि परीक्षा विभाग का दैनिक प्रगति- प्रतिवेदन परीक्षा नियंत्रक से प्राप्त कर कुलसचिव द्वारा प्रतिदिन कुलपति के समक्ष प्रस्तुत किया जाए।
कुलपति ने आदेश दिया कि कार्यालयों, विभागों, सेलों एवं अन्य जगहों के दिशा मार्ग चिह्न लगाए जाएं तथा कार्यालयों को बेहतर ऑफिस लुक दिया जाए। कुलसचिव विश्वविद्यालय के अभियंता सेल को निर्देशित करें कि कार्यालयों एवं विभागों के नवीनीकरण के लिए योजना प्रस्तुत करें तथा जरूरी सुविधाओं का सुझाव भी मांगे। विभिन्न कार्यालयों एवं विभागों से जरूरी फर्नीचरों तथा अन्य उपकरणों की मांगों का संग्रह कर समेकित मांगों को संबंधित स्टेट्यूटरी बॉडी से पास करने हेतु प्रस्तुत करें। वे विश्वविद्यालय को इको- फ्रेंडली बनाने की योजना तैयार कराएं। विश्वविद्यालय का संपूर्ण क्षेत्र स्वच्छ हो, जिसकी साप्ताहिक मॉनिटरिंग सुनिश्चित किया जाए। छात्र- छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मियों आदि की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए निगरानी कक्ष बनाया जाए। विश्वविद्यालय का अपना सोशल मीडिया ऑफिशल पेज प्लेटफॉर्म हो।
कुलपति ने आदेश दिया कि कुलसचिव केंद्रीय एवं राज पुस्तकालय के प्रवेश द्वार पर रिसेप्शन डेस्क की स्थापना करवाएं। इन पुस्तकालयों में अलमारियों एवं रैकों को व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध ढंग से पुस्तकों एवं अन्य सामग्रियों को स्तरीय ढंग से रखा जाए, ताकि पाठकों का समय नष्ट न हो। पुस्तकालयों के प्रोफेसर इंचार्ज की स्वच्छता एवं अन्य जरूरतों की आपूर्ति नियमानुसार उचित माध्यम से प्रारंभ कराएं।