अनशन समाप्ति उपरांत अमित शाह का पुतला दहन।

गृह मंत्री अमित शाह का बयान : दरभंगा में एम्स को लटकाने की साजिश, घर-घर जाकर जनता को करेंगे जागरूक BJP का होगा जबरदस्त विरोध।

दरभंगा एम्स को लेकर आहूत अनिश्चितकालीन आमरण अनशन जूस पिलाकर हुआ समाप्त।

#MNN@24X7 दरभंगा, मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा आमजन, गरीब, शोषित, वंचित, समाज के अंतिम पंक्ति 8 करोड़ मैथिल की बहुप्रतीक्षित मांग दरभंगा एम्स को लेकर आयोजित आमरण अनशन समाप्त हुई। बताते चलें कि पूर्व के दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के आने और एम्स के शप्ष्टीकरण की मांग को लेकर आहूत अनशन के मध्यनजर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, एवं आई बी अन्य केंद्रीय एजेंसी की वार्ता हुई। तत्पश्चात यह हुआ था कि झंझारपुर से गृह मंत्री ठोस एवं साकारात्मक जबाव मंच से देंगे।

परंतु, गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र सरकार के मिथिला विरोधी अविकासात्मक नीति पर मुहर लगाते हुए, उन्होंने एम्स को लटकाने की बात कहीं। विदित हो कि:एम्स के न बनने में केंद्र सरकार की सबसे बड़ी साजिश है। जब बिहार सरकार जमीन उपलब्ध करबा चुकी थी तो केंद्र सरकार की तरफ आई टीम लो-लैंड घोषित करके एम्स निर्माण में बाधा उत्पन्न कर दिया।

जबकि मिट्टी भराई के लिए भी 350 करोड़ की राशि बिहार सरकार ने निर्गत करने का फैसला किया है। केवल व केवल केंद्र सरकार की दोहरी नीति है, जबकि लो-लैंड में देश ने अनेकों संस्थान स्थापित किया है। लेकिन मिथिला विरोधी केंद्र की सरकार लीपापोती कर मिथिला के योजनाओं को ध्वस्त करने की नियति से लटका रही है। मार्च 2023 में मंत्रिमंडल ने दरभंगा एम्स के लिए शेाभन-एकमी बाइपास के निकट डेढ़ सौ एकड़ जमीन आवंटित करने स्वीकृति दी। जमीन देने के साथ सरकार ने इसके विकास का प्रारूप भी बनाया। डेढ़ सौ एकड़ के अलावा और 39 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई। साथ ही इस 189.17 एकड़ जमीन में मिट्टी भराई इसे समतल करने के लिए 309 करोड़ रुपये भी दिए।

भाजपा की देश की सरकार ने यह स्प्ष्ट कर दिया कि : यह सत्ता पूर्णत: मिथिला विरोधी है। यह सरकार मिथिला की योजना को लटकाने का प्रयास कर वोट बैंक की राजनीति करना चाह रही है। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणधीर झा, विजय श्री टुन्ना, अभिषक झा, नीरज क्रांतिकारी, नवीन सहनी, संजय झा, अभिषेक यादव, प्रवीण झा, मोहित झा बैठे हुए थे।

मिथिलावादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रभारी श्री अविनाश भारद्वाज एवं मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आदित्य मोहन ने संयुक्त रूप से अनशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि, केंद्र की सरकार की मानसिकता मिथिला विरोधी है। MSU का प्रयास यह है कि दरभंगा में शीघ्र अतिशीघ्र अबिलम्ब एम्स का निर्माण हो। यहाँ के लोगो के स्वास्थ्य सेवा के अभाव में अन्य राज्यो में असहनीय दुखो का सामना करना पड़ रहा है।लेकिन यह सरकार लगातार मिथिला को शोषित, सस्ता लेबर जोन बनाने का कोशिश कर रहा है।

जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि : 8 करोड़ लोगो के पास किसी भी तरह का स्वास्थ सुविधा नहीं हैं। 4 करोड़ लोग डीएमसीएच पर आश्रित है। जिसका हाल किसी से छुपा हुआ नहीं हैं। आज गरीब से गरीब लोग डीएमसीएच जाना नहीं चाहते उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल के सहारे रहना पड़ता हैं। अगर कम पैसा में सरकारी इलाज चाहते हैं तो उन्हें पटना या दूसरे राज्य पर निर्भर रहना पड़ता हैं इसके लिए दरभंगा एम्स यहां बहुत जरुरी हैं। जिसे राज्य सरकार औऱ केंद्र सरकार राजनितिक मुद्दा बना कर यहां के लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं, जिसके खिलाफ अब आवाज उठाना बहुत जरुरी हो गया हैं। हमलोग गाँव-गाँव जाकर सरकार की मिथिला विरोधी इरादे को बताएंगे एवं जबरदस्त विरोध हेतु जनता को एकजुट करेंगे।

इस अनशन के सफल बनाने में महासचिव प्रियरंजन पांडेय, उदय नारायण झा, अनूप मैथिल, गोपाल चौधरी, मिथिलावादी नेता विद्या भूषण राय, शिवेंद्र वत्स कुमार, रजनीश प्रियदर्शी, अमन सक्सेना, प्रियंका मिश्रा, अर्जुन दास, राघवेंद्र रमण, सुदर्शन झा, अभिराम झा, अभिषेक, राजेश मंडल, ऋषि रोही समेत सैकड़ो सदस्य उपस्थित थे।