फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य समिति द्वारा सीफार के सहयोग से हुआ मीडिया कार्यशाला का आयोजन।
फाइलेरिया को रोकने के लिए 20 सितंबर से अगले 17 दिन तक चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम।
शहरी क्षेत्र सहित तीन प्रखंडों में लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी अल्बेंडाजोल व आइवरमेक्टिन की दवा।
#MNN@24X7 दरभंगा, 19 सितम्बर, लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 20 सितंबर से अगले 3दिन बूथ व अगले 14 दिन घर-घर जाकर सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) का आयोजन किया जाएगा ।
उक्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से टीबीडीसी दरभंगा के परिसर में एकदिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सभी मीडिया कर्मियों से मीडिया के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक करने और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई।
फाइलेरिया के प्रति जागरूकता जरूरी।
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने बताया फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जिसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है। 20 सितंबर से सरकार द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर मुफ्त दवा खिलायी जाएगी । लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेकर स्वयं और अपने परिवार को फाइलेरिया से सुरक्षित करना चाहिए।
शहरी क्षेत्र सहित तीन प्रखंडों में लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी,अल्बेंडाजोल व आइवरमेक्टिन की दवा।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. ए .के मिश्रा ने बताया कि लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए आशा व आंगनबाड़ी सेविका द्वारा लोगों को बूथ स्तर पर तथा घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति में डीईसी अल्बेंडाजोल व आइवरमेक्टिन की दवा खिलाई जाएगी। एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिले में शहरी क्षेत्र के 1- 48 वार्ड में 185 कुशेश्वरस्थान पूर्वी में 65 , बेनीपुर में 116, हायाघाट में 86 टीम बनाए गए हैं तथा इसके निगरानी के लिए 39 सुपरवाइजर को लगाया गया है. जहां 10 लाख 99 हजार 685 लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। जिसके लिए इन प्रखंडों में 28,12,500 डीईसी तथा एल्बेंडाजोल की टेबलेट 11,52,000 हजार, आइवरमेक्टिन 28,32,000 हजार उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने बताया 02 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा सभी लोगों को दवा खिलाई जानी है ।
इस प्रकार करना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन।
फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। वहीं आइवरमेक्टिन की टेबलेट 5 साल से ऊपर के लोगों को लंबाई के हिसाब से खिलाई जाएगी.
मौके पर फाइलेरिया इंस्पेक्टर गणेश महाशेठ,सिफार के डिवीजनल कोऑर्डिनेटर अमन कुमार, पीसीआई के अमित कुमार, पिरामल के मनीष कुमार, सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।