*बेटियां अगर अपने अंदर के झिझक को तोड़ने में कामयाब होती है तो दुनिया का कोई ताकत उसे दबा या झुका नहीं सकता:- डॉ० दिव्या रानी हंसदा।*
*लनामिवि दरभंगा:- आज दिनांक 10 मार्च 2022 दिन गुरुवार को विश्वविद्यालय गृह विज्ञान विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के तीसरे दिन “काव्य पाठ व भाषण प्रतियोगिता” कार्यक्रम का आयोजन विभागाध्यक्ष प्रो० दिव्या रानी हंसदा के अध्यक्षता में आयोजित की गई।*
*कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ० दिव्या रानी हंसदा ने कही कि विश्वविद्यालय गृह विज्ञान विभाग अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह मना रहा है। जिसके तीसरे दिन आज “काव्य पाठ व भाषण प्रतियोगिता” कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। हमारी बेटियां आज हर क्षेत्र में अव्वल है। हमें बस जो थोड़ा-बहुत झिझक उनके अंदर है उस मिथक को खत्म करना है। यही झिझक महिलाओं व बेटियों को परिवार व समाज में कमजोर करती है। अगर वो झिझक के इस मिथक को खत्म करने में सफल हो जाती है तो परिवार व समाज में कोई ताकत उसे दबा व झुका नहीं सकता है। यकीनन तब जाकर मिथिला में बिटिया का नवभ्युदय होगा और हमारी बिटिया परिवार, समाज व राष्ट्रीय स्तर पर हर क्षेत्र में टक्कर दे पाएंगी। हमारी बेटियां आज हर कला में दक्ष है। बस उसे जो थोड़ा बहुत काम करना है वो है मास के साथ कैसे कम्युनिकेशन स्थापित किया जाता है, इसको लेकर झिझक को खत्म करना व प्रजेंटेशन को समझना, सीखना व आत्मसात करना। इसी के मद्देनजर आज “काव्य पाठ व भाषण प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया है। ताकि उनका व्यक्तित्व निखर सके और मास स्तर पर वो झिझक को खत्म कर कम्युनिकेशन स्थापित कर समाज को नेतृत्व प्रदान कर सकें।*
*”काव्य पाठ” कार्यक्रम के निर्णायक मंडली के रूप में वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ० शहनाज जमील व इंग्लिश की शिक्षिका डॉ० पुनीता झा उपस्थित थी। जिसमें प्रथम स्थान, संयुक्त रूप से शोधार्थी शशिकला व इंदू कुमारी को, द्वितीय स्थान, संयुक्त रूप से शोधार्थी सुलोचना व शारदा कुमारी को और तृतीय स्थान, संयुक्त रूप से शोधार्थी माला कुमारी व रिंकी कुमारी को मिला।*
*भाषण प्रतियोगिता” कार्यक्रम के निर्णायक मंडली के रूप में समाजशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ० मंजू झा व मनोविज्ञान की शिक्षिका डॉ० आभा रानी सिन्हा उपस्थित थी। जिसमें प्रथम स्थान, शोधार्थी श्वेता कुमारी को, द्वितीय स्थान, संयुक्त रूप से शोधार्थी सुलोचना कुमारी व शशिकला को और तृतीय स्थान, संयुक्त रूप से शोधार्थी कंचन कुमारी कर्ण, माला कुमारी व रिंकी कुमारी को मिला।*
*मंच संचालन विभागीय शिक्षिका डॉ० प्रगति ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन विभागीय शिक्षिका डॉ० अपराजिता कुमारी ने किया। इस दौरान उषा कुमारी समेत शिक्षकेत्तर कर्मी नवीन कुमार सिंह, श्रीमती चिंता देवी व मो० अजहरुद्दीन समेत विभाग की दर्जनों छात्र-छात्राएं व शोधार्थी थी।*
10 Mar 2022
