अपने सामने उत्पन्न चुनौतियों को अवसरों में बदलने की कला, हमें हर क्षेत्र में सफलता दिलाने में सक्षम- कुलपति।

समारोह में ‘ई-कॉमर्स : चैलेंजेस एंड अपॉर्चुनिटीज’ तथा ‘रुलर डेवलपमेंट इन कंटेंपरेरी इंडिया’ नामक दो सम्पादित पुस्तकों का हुआ विमोचन

#MNN@24X7 प्रत्येक व्यक्ति का अपना खास दायित्व होता है, जिसे न निभाने पर उन्हें अनेक बहाने बनाने पड़ते हैं। यदि हम अपने कार्यों को पूरी चेतना के साथ करें तो बेहतर परिणाम मिलना सुनिश्चित है। शिक्षक पाठ्यक्रमों को खास तरीके से पढ़ाते हैं जो छात्रों के लिए खास होता है। किसी भी छात्र के लिए दीक्षारंभ समारोह महत्वपूर्ण होता है, जिसका मूल उद्देश्य नए छात्रों का ओरियंटेशन है। मैनेजमेंट पिरामिड की तरह होता है, जिसमें नीति निर्धारक लोग ऊपर होते हैं और अनेक लोग मध्य में तथा सर्वाधिक व्यक्ति नीचे होते हैं। कार्य की बेहतरी के लिए सभी सिस्टम में पुरस्कार तथा दंड की व्यवस्था होती है। उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने स्नातकोत्तर वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग के तत्त्वावधान में विभागीय प्रबंधन भवन में आयोजित “कुलपति सम्मान सह 31वां दीक्षारंभ समारोह- 2022” के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कही।

कुलपति ने कहा कि हमें परिवर्तन अपने में स्वत: लाना होगा, नहीं तो विकास रुक जाएगा। बदलाव की सोच हममें आन्तरिक होनी चाहिए, जिसकी प्रक्रिया नियमित रूप से बेहतरी के लिए ही हो। बाहर का कोई भी व्यक्ति हमें बेहतर नहीं कर सकता, बल्कि हमें आपदा व विपत्ति की स्थिति में भी अवसर तथा बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने सामने उत्पन्न चुनौतियों को अवसर में बदलने की कला हमें हर क्षेत्र में विजयी बनाने में सक्षम है।

नव नामांकित प्रबंधन के छात्रों को बधाई देते हुए कुलपति ने कहा कि आपको ज्ञान- दीप जलाए रखना होगा, तभी विश्वविद्यालय की डिग्री के अनुरूप आपका बोधितत्त्व जागृत रहेगा, क्योंकि बहते हुए जल में न तो काई लगती है और न ही उसकी गति कभी रुकती है।

सम्मानित अतिथि के रूप में प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने नव नामांकित प्रबंधन के छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि दीक्षारंभ समारोह में छात्रों को पाठ्यक्रम के साथ ही उपलब्ध सुविधाओं, पुस्तकालय तथा शिक्षकों आदि से परिचय कराते हुए कोर्स में संभावनाओं को विस्तार से बताया जाता है। छात्र अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए गहन अध्ययन करें। उनकी सतत विकास की ओर प्रयास होना चाहिए। युवा महत्वपूर्ण संसाधन होते हैं, जिनकी सामाजिक जिम्मेदारियां भी होती हैं। विभाग की सभी शिक्षकों व सुविधाओं के बदौलत छात्रों की क्षमता, कुशलता एवं व्यक्तित्व विकास होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि छात्रों के अरमान यहां अवश्य पूरे होंगे।

विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्शी कैलाश राम ने कहा कि हमारे जीवन में प्रबंधन की काफी महत्ता है, चाहे हॉस्पिटल मैनेजमेंट हो, कृषि मैनेजमेंट हो या फिर टाइम मैनेजमेंट आदि। हमें मैनेजमेंट के इस कोर्स को इतना बेहतर बनाना चाहिए कि इससे विश्वविद्यालय के साथ ही प्रदेश का भी नाम रोशन हो सके। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रबंधन के नए-नए उपयोगी कोर्सों को शुरू करें, ताकि छात्र अधिक लाभान्वित हो सकें।

अध्यक्षीय संबोधन में वाणिज्य के संकायाध्यक्ष प्रो बीबीएल दास ने कहा कि वर्तमान कुलपति के कारण यहां की संस्थाओं का मान तथा शिक्षकों का सम्मान बढ़ा है। प्रबंधन की योग्यता शिक्षण- प्रशिक्षण से बढ़ती है। उन्होंने छात्रों को शुभकामना देते हुए कहा कि उन्हें अपनी योग्यता दिखानी होगी, ताकि वे जिस क्षेत्र में भी जाएं सफलता को प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि छात्रों का यह दीक्षारंभ कार्यक्रम अगले 7 दिनों तक जारी रहेगा।

इस अवसर पर वाणिज्य विभाग द्वारा प्रकाशित “ई-कॉमर्स : चैलेंजेस एंड अपॉर्चुनिटी” तथा “रुलर डेवलपमेंट इन कंटेंपरेरी इंडिया” नामक दो संपादित पुस्तकों का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।

समारोह में प्रो प्रेम मोहन मिश्र, प्रो अशोक कुमार मेहता, प्रो मंजू राय, प्रो रमेश झा, प्रो मुनेश्वर यादव, प्रो एके बच्चन, प्रो शिशिर कुमार वर्मा, प्रो एचके सिंह, डा इंद्रदेव प्रसाद, डा दिवाकर झा, डा जिया हैदर, डा आरएन चौरसिया, डा दिव्या रानी हंसदा, डा कामेश्वर पासवान, डा अरविन्द मिलन, डा अयाज अहमद, प्रो दमन कुमार झा, प्रो नारायण झा, डा महेश प्रसाद सिन्हा, डा रुद्रकांत अमर, डा शंभू नाथ चौधरी, डा आईडी प्रसाद, डा संजय कुमार झा, डा संजय कुमार ठाकुर, श्याम कुमार, आशीष कुमार, रोशन कुमार, आशीष कुमार झा व डा मुकुल बिहारी वर्मा सहित 100 से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे।

समारोह का उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ, जबकि अतिथियों का स्वागत पाग- चादर तथा पौधा आदि प्रदान कर किया गया।

शोधार्थी डिंपल सारस्वत के सफल संचालन में आयोजित समारोह में अतिथियों का स्वागत करते हुए वाणिज्य विभागाध्यक्ष सह व्यवसाय प्रशासन के निदेशक प्रो अजीत कुमार सिंह ने बताया कि आज के समारोह में 3 महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं, जिनमें प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के कार्यकाल के सफलतम 2 वर्ष पूरा होने पर कुलपति महोदय का सम्मान, विभाग द्वारा संपादित दो पुस्तकों का विमोचन तथा व्यवसाय प्रशासन के सत्र 2022- 24 में नामांकित छात्रों का दीक्षारंभ समारोह- 2022 शामिल हैं। वाणिज्य विभाग की ओर से उन्होंने कुलपति का पाग- चादर, फूल- माला तथा प्रशंसा पत्र आदि से सम्मानित करते हुए कहा कि इनके कुशल नेतृत्व में हमारा विश्वविद्यालय बिहार में अव्वल आ रहा है। इनकी कृपा हम सब पर निरंतर बनी रहे।

उन्होंने बताया कि दीक्षारंभ कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं तथा उद्योग- जगत के विशेषज्ञ आकर छात्रों के बीच उनके ज्ञान- वृद्धि, प्रबंध- कौशल तथा व्यक्तित्व विकास के साथ ही वर्तमान वैश्विक अर्थव्यवस्था, प्रबंध की दिशा- दशा पर व्याख्यान देंगे तथा यूजीसी- गाइडलाइन के अनुसार अन्य गतिविधियां भी संपादित की जाएगी। धन्यवाद ज्ञापन विभागीय शिक्षक डा एस के ठाकुर ने किया।