-10 फरवरी तक कैंसर के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरूक
-एनसीडी क्लीनिक में प्रतिदिन होती है कैंसर स्क्रीनिंग
-जिले में अब तक लगभग 25 हजार कैंसर स्क्रीनिंग
#MNN@24X7 मधुबनी, वैश्विक स्तर पर कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों में से प्रमुख है। क्योंकि कैंसर के कारण प्रत्येक वर्ष लाखों लोगों की मौत होती है। जिसमें पूरी दुनियां में हर छठी मौत कैंसर के कारण हो रही है। सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में प्रतिदिन खोज व तकनीकी विकास के कारण कैंसर अब लाइलाज बीमारी तो नहीं रही। लेकिन अभी भी आम लोगों के लिए इसका इलाज बेहद कठिन साबित हो रहा है। दुनिया भर में कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को इसके खतरों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 04 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष रविवार होने के कारण कार्यक्रम का आयोजन 5 फरवरी को किया गया. जिसमें एएनएम कॉलेज की छात्राओं के द्वारा सदर अस्पताल परिसर से रैली निकाली गई तथा लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया गया इस मौके पर एनसीडी क्लीनिक में 100 से अधिक मरीजों की स्क्रीनिंग की गई. कार्यक्रम के तहत 10 फरवरी तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता से संबंधित विभिन्न प्रकार के गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
एनसीडी क्लीनिक में प्रतिदिन कैंसर स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध:
होमी भाभा कैंसर संस्थान के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनुप्रिया ने बताया एनसीडी क्लीनिक में चिकित्सकों तथा शोध संस्थान के टीम द्वारा सुबह के 9 बजे से शाम के 5 बजे तक स्क्रीनिंग, उपचार के साथ ही जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जिसमें विभिन्न तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग व आवश्यक परामर्श सेवाएं संचालित की जाती है जिसमें मुख्य रूप से मुंह, स्तन, गर्भाशय संबंधी कैंसर की स्क्रीनिंग के साथ मधुमेह, उच्च रक्तचाप के स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ।
गलत खान- पान के कारण कैंसर का खतरा सबसे अधिक:
डॉ अनुप्रिया ने बताया कि महिलाओं में सर्वाइकल व ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों के फेफड़े- प्रोस्टेट व कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खान-पान में गलत आदतें, दोषपूर्ण जीवनशैली, प्रदूषण के अलावा हानिकारक रसायनों के अधिक संपर्क में रहने के कारण कैंसर का जोखिम प्रतिदिन बढ़ रहा है। हालांकि कैंसर के खतरों से बचाव के लिए सावधानी व जागरूकता जरूरी है। वहीं संयमित जीवनशैली व उचित खान- पान, शराब, धुम्रपान व तंबाकू उत्पाद के सेवन से परहेज करने मात्र से कैंसर के खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
जिले में अभी तक लगभग 25 हजार कैंसर स्क्रीनिंग:
सदर अस्पताल परिसर स्थित ओपीडी में संचालित होमी भाभा कैंसर संस्थान सह शोध संस्थान के डॉ अनुप्रिया ने बताया कि अब तक जिले में 24,956 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया। जिसमें ओरल कैंसर के सस्पेक्ट मरीज 68 , ब्रेस्ट कैंसर के सस्पेक्टेड मरीज 64, सर्वाइकल कैंसर के सस्पेक्ट मरीज के 87 तथा कंफर्म के मरीज 4 मरीज मिले हैं। कैंसर के संदेहास्पद मरीज मिलने की स्थिति में बेहतर इलाज के लिए राज्य के उच्च चिकित्सा संस्थान रेफर किया गया है। ताकि रोगियों का समुचित इलाज संभव हो सके। क्योंकि रोग से संबंधित लक्षणों की समय पर पहचान और उचित जांच के बाद से कैंसर का इलाज संभव है।