#MNN@24X7 वैशाली। बिहार के वैशाली में अनोखा वर्दी वाला बकरी लुटेरा गैंग सक्रिय हो गया है. यह गिरोह सिर्फ बकरियां लूटता है. आधी रात को सुदूर देहात में बकरी पालने वाले लोगों के घर पुलिस की वर्दी में चार पहिया वाहन से आकर बकरियां उठाकर ले जाता है. ताजा मामला बिदूपुर थाना क्षेत्र के अमेर गांव है. यहां दो स्कार्पियो से दर्जन भर हथियारबंद अपराधी पहुंचे. खुद को पुलिस वाला बता शराब की तलाशी लेने के बहाने लोगों की बकरियां उठाकर चलते बने.
जिले में सक्रिय है वैशाली लुटेरा गिरोह
वैशाली जिले में आधे दर्जन के करीब मामले आ चुके हैं. इसमें महुआ थाना क्षेत्र और बिदुपुर थाना क्षेत्र का मामला थोड़ा बड़ा है. बाकी कई जगहों पर दो चार बकरियों की लूट हुई है. गांव में आधी रात को घुसकर यह लुटेरे खुद को पुलिसवाला बताते हैं और लोगों से कहते हैं कि अवैध शराब चेक करने आए हैं. इस तरह गन प्वाइंट पर लोगों को लेकर बकरियां लूट कर फरार हो जाते हैं. इस पूरे प्रकरण में सबसे बड़ी बात यह है कि बकरी जैसी लूट के मामले को पुलिस हल्के में लेती है और कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती. इससे वर्दी वाले बकरी लुटेरा गैंग निर्भीक होकर बकरी लूटने का काम करता है.
*अमेर में 21 बकरी लूटकर ले गए लुटेरे*
बिदुपुर थाना क्षेत्र के अमेर गांव में लुटेरों ने थाने के चौकीदार को भी नहीं बख्शा.अमीर गांव के चौकीदार कुंदन भगत के टोला में दो स्कॉर्पियो पर सवार लगभग एक दर्जन पुलिस की ड्रेस में लुटेरे पहुंचे थे. लुटेरों ने कहा कि शराब जांच करने आए हैं और लोगों के घर की तलाशी ली. इस दौरान पिस्तौल और चाकू दिखाकर लोगों में दहशत फैलाया और चौकीदार कुंदन समेत कई लोगों के यहां से 21 बकरियां चुरा कर चलते बने.
शराब की तलाशी का बहाना बनकर घरों में घुसे।
अमेर गांव के, मोहम्मद कयूम, नीतू देवी व काजल कुमारी सहित कोई लोग बताते हैं कि, स्काॅर्पिये से पुलिस के वेष में अपराधी आए थे और बकरी लूट कर चले गए. लोगों ने बताया कि सभी हथियार से लैस थे और शराब ढूंढने के बहाने घर में घुसे थे. बताया जाता है कि ज्यादातर मामले में लोग पुलिस को आवेदन नहीं देते हैं और आवेदन देते भी हैं तो पुलिस गंभीरता से मामले को लेती नहीं है. 12:30 बजे रात में दो गाड़ी से बदमाश लोग आया था. बोला किवाड़ खोलो और मेरा बकरी उठाकर ले गया. बदमाशों ने कहा अगर घर से बाहर निकलोगे तो जान मार देंगे. सब पुलिस के ड्रेस में था और सब के पास हथियार था”-नीतू देवी, पीड़ित
पुलिस की वर्दी में आते हैं लुटेरे।
अमेर गांव के मामले में बिदुपुर थाना अध्यक्ष फेराज हुसैन ने बताया कि अमेर गांव के लोगों ने 21 बकरियों के लूटे जाने की बात बताई है. हालांकि, ग्रामीणों ने अभी तक लिखित आवेदन नहीं दिया है. इसके बावजूद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. ग्रामीणों ने बताया कि दो स्कॉर्पियो पर लोग आए थे जो 21 बकरियां लेकर चले गए हैं. लेकिन मामले में सच्चाई किया है यह पुलिस जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा. पुलिस गंभीरता से मामले की जांच में जुट गई है. बदमाश लोग रात में घर में घुस गए. बदमाशों ने कहा उठो-उठो, बताओ दारू कहां बेचते हो. मैंने कहा हम दारू नहीं बेचते हैं. इसके बाद गाली देने लगा और आंख पर टाॅर्च जलाए रखा. उठ कर बैठे तो बोला चुप चाप रहो और गाड़ी पर बकरी लादा और कहा अब सो जाओ”-मो. क्यूम, पीड़ित।
पहले भी कई गांव में हो चुकी है बकरी चोरी।
अमेर गांव से पहले 13 नवंबर को चक सिकंदर के कल्याणपुर पंचायत के वार्ड नंबर 8 में भी पुलिस की ड्रेस में बकरी लूट की इसी तरह की घटना हुई थी. इसमें मिथिलेश पासवान की बकरी चुरा कर ले गए थे. एक सप्ताह पहले पोखर के पास घटना हुई थी. इसमें विजय पंडित और भूलन मांझी की बकरी लुटेरे ले गए थे. वहीं राघोपुर थाना क्षेत्र के चतुरंग के विजय पासवान की बकरी लूटी गई थी. इस बीच महुआ थाना क्षेत्र के दो गांव में बुलेरो से पहुंचे नकली पुलिस ने बकरी लूट ली थी. बदमाश पुलिस वाला ड्रेस पहने हुए था. हाथ में चाकू और बंदूक लिए हुए था. वोलोग बोला कि उठेगी होगी तो गोली मार देंगे. इसके बाद मेरे घर से भी बकरी खोलकर ले गए”- काजल कुमारी
अमेर गांव के लोगों ने 21 बकरियों के लूटे जाने की बात बताई है. ग्रामीणों ने अभी तक लिखित आवेदन नहीं दिया है. इसके बावजूद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. ग्रामीणों ने बताया कि दो स्कॉर्पियो पर लोग आए थे जो 21 बकरियां लेकर चले गए हैं. मामले में सच्चाई किया है जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा” – फेराज हुसैन, थानाध्यक्ष, बिदूपुर थाना।