दरभंगा। सुविख्यात संस्कृतज्ञ स्व,पं आद्याचरण झा द्वारा हुनकर पैतृक गाम मगरौनी में स्थापित तारा काली पुस्तकालय में वर्तमान छः हजार महत्वपूर्ण पुस्तक सबहक दान कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय के हुनकर ज्येष्ठ पौत्री श्रीमती वासंती देवी द्वारा देल गेल जकरा माननीय कुलपति सहर्ष स्वीकार कैलथि । कैल्ह दिनांक 08.12.21के पूर्व निर्णयानुसार पं झा के छायाचित्र’क अनावरण माननीय कुलपति के द्वारा कैल गेल।एहि अवसर पर सबस पहिले श्रीमती बासंति उपस्थित विद्वान सबहक सम्मान मैथिल संस्कृति’क अनुसारे पाग आ चादर सं कएलन्हि ।ओकर पश्चात् माननीय कुलपति दीप प्रज्वलित करैत चित्र के अनावरण कएलन्हि‌‌। एहि अवसर पर अपन उद्बोधन में कुलपति, स्व झा के व्यक्तित्व पर विस्तारपूर्वक रोशनी दैत संस्कृत’क विकास में हुनका आजीवन समर्पित बतेलथि।ओ कहलनि जे एहेन सुविख्यात विद्वान’क उपस्थिति एहि पुस्तक सबहक माध्यम सं सदैव हमारा सबहक बीच रहत।ऐ प्रत्येक संस्कृतज्ञ के पुत्र आ पौत्र सबसं निहोरा कएलन्हि जे अपन पूर्वज सबकेँ संरक्षित पुस्तक सबकेँ सुरक्षित राखथि ।जौं हुनका एहि मे कठिनाई होइन्ह तखन ओ ओहि महत्वपूर्ण पुस्तक सबहक दान एहि विश्वविद्यालय के द’ सकैत छथि। विश्वविद्यालय एहेन महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ सबहक सुरक्षा के लेल संकल्पित छथि।
एहि अवसर पर श्रीमती बासमती मिश्र के पति डा शेखरचन्द्र मिश्र,अध्यक्ष छात्रकल्याण प्रो,सुरेश्वर झा , प्रो, श्रीपति त्रिपाठी कुलानुशासक, प्रो,दिलीप कुमार झा, व्याकरण विभागाध्यक्ष प्रो, उमेश शर्मा , धर्मशास्त्र विभाग के प्राचार्य प्रो,पुरेंद्र वारिक ,सूचना वैज्ञानिक डा,नरोत्तम मिश्रा आ बहुतो व्यक्ति उपस्थित छलाह जे स्व,झा के प्रति अपन श्रद्धांजलि समर्पित कएलन्हि। सबटा उपस्थित व्यक्ति लोकनि श्रीमती वासंती झा के एतदर्थ धन्यवाद देलन्हि।