*प्रशिक्षित महिलाएं बेहतरीन वस्त्रों को तैयार कर व्यावसायिक रूप से कर सकती हैं मार्केटिंग- डा फुलो*

*सिलाई- कटाई उत्तम कला व विशिष्ट कार्य, उत्पादन में सस्ता व गुणवत्ता से मिलेगा विस्तृत बाजार – डा शंभू शरण*

*नवरात्रा व रमजान के पवित्र अवसर पर महिला सशक्तिकरण का यह कार्य मील का पत्थर सिद्ध होगा- डा राजीव*

*नकारात्मक व्यक्तियों से दूर रहकर अपने परिश्रम व ईमानदारी से जीवन में सदा आगे बढ़ें- प्रो विश्वनाथ*

*बाजितपुर- किलाघाट, दरभंगा में नि:शुल्क सिलाई- कटाई प्रशिक्षण में शामिल महिलाओं को दिया जाएगा प्रमाण पत्र- डा चौरसिया*

सीएम कॉलेज, दरभंगा के इग्नू अध्ययन केन्द्र तथा डा प्रभातदास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यक बाहुल्य मोहल्ला बाजितपुर- किलाघाट, दरभंगा स्थित डॉ अंबेडकर मॉडल स्कूल प्रांगण में महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से 60 दिवसीय सिलाई- कटाई प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ किया गया, जिसमें 40 महिला एवं लड़कियां भाग ले रही हैं। सी एम कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में उद्घाटन कर्ता के रूप में प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान, मुख्य अतिथि इग्नू, दरभंगा के क्षेत्रीय निदेशक डा शंभू शरण सिंह, सम्मानित अतिथि के रूप में इग्नू, दरभंगा के सहायक निदेशक डा राजीव कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में बाजितपुर मध्य विद्यालय के शिक्षक कन्हैया जी झा, मुख्य वक्ता के रूप में अंबेडकर युवा केंद्र, दरभंगा के अध्यक्ष विजय कुमार पासवान, विषय प्रवेशक के रूप में इग्नू- समन्वयक डा आर एन चौरसिया, स्वागतकर्ता के रूप में विद्यालय की संचालिका डा प्रेम कुमारी, कार्यक्रम संचालक के रूप में विद्यालय के निदेशक उमाशंकर पासवान तथा धन्यवाद ज्ञापन कर्ता के रूप में डा प्रभातदास फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा, फाउंडेशन के कार्यकर्ता राजकुमार गणेशन व अनिल कुमार सिंह, स्वयंसेवक अमरजीत कुमार,स्थानीय सुरेश पासवान तथा प्रशिक्षिका दुर्गा देवी सहित 50 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया।
फीता काटकर शिविर का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान ने कहा कि आज महिलाएं किसी रूप में पुरुषों से कमतर नहीं हैं। महिलाएं ही मिथिला- कला को विश्व में प्रतिष्ठित की हैं। प्रशिक्षित महिलाएं बेहतरीन वस्त्रों को तैयार कर व्यावसायिक रूप से मार्केटिंग कर बेहतर जीवन यापन कर सकती हैं। महिलाएं वस्त्र निर्माण के साथ ही हस्तनिर्मित खाद्य पदार्थ, खिलौने व अन्य सामानों को बनाकर अर्थोपार्जन द्वारा बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में सफल हो सकती हैं।
मुख्य अतिथि डा शंभू शरण सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं अर्थोपार्जन के द्वारा अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं। सिलाई- कटाई उत्तम कला व विशिष्ट कार्य है। उत्पादन में सस्ता एवं गुणवत्तापूर्ण सामानों के लिए विस्तृत बाजार उपलब्ध है। उन्होंने महिलाओं से सिलाई- कटाई को साधना के माध्यम से उस्ताद बनने का आह्वान किया। डा राजीव कुमार ने कहा कि नवरात्रा व रमजान के पवित्र अवसर पर महिला सशक्तिकरण का यह कार्य बाजिदपुर के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगा। उन्होंने प्रशिक्षु महिलाओं को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि सिलाई- कढ़ाई के प्रशिक्षण को सतत जारी रखें एवं इसे अर्थोपार्जन का साधन बनाने का सार्थक प्रयास करें।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि शिविर से आत्मविश्वास एवं स्वावलंबन का जागरण हो रहा। उन्होंने नकारात्मक व्यक्तियों से दूर रहकर अपने परिश्रम व ईमानदारी से जीवन में सदा आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। महिलाओं के आगे बढ़ने से समाज का कायाकल्प हो सकता है। मुख्य वक्ता के रूप में अंबेडकर युवा केंद्र, दरभंगा के अध्यक्ष विजय कुमार पासवान ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं बेहतरीन प्रशिक्षण पर जोर देते हुए पूरे मन एवं उत्साह से प्रशिक्षित होकर आर्थिक लाभ उठाने की बात कही। उन्होंने शीघ्र ही बाजितपुर में निःशुल्क मशरूम प्रशिक्षण शिविर आयोजन की घोषणा की।
विशिष्ट अतिथि कन्हैया जी झा ने बाजितपुर मोहल्ले को जरूरतमंद बताते हुए यहां की अनेक समस्याओं की विस्तृत जानकारी दी तथा विभिन्न संस्थाओं से यहां के लोगों के जीवन स्तर, शिक्षा एवं आर्थिक उत्थान के उपायों को रेखांकित किया।
विषय प्रवेश कराते हुए इग्नू समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने शिविर के महत्त्व एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रशिक्षण में शामिल सभी महिलाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। आगत अतिथियों का स्वागत गुलाब पुष्प से किया गया। डा अंबेडकर मॉडल स्कूल के निदेशक उमा शंकर पासवान के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत विद्यालय संचालिका डा प्रेम कुमारी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा प्रभात दास फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा ने किया।