#MNN@24X7 सतीघाट कुशेश्वरस्थान,1 अगस्त सीपीआईएम कुशेश्वर पश्चिमी प्रखंड कमेटी की बैठक सीपीआईएम जिला कमेटी सदस्य पूर्व मुखिया बलराम सिंह की अध्यक्षता में सती घाट मैं संपन्न हुई बैठक में आंदोलन एवं संगठन पर चर्चा की गई साथ ही कुशेश्वर स्थान में सुखार की स्थिति उत्पन्न होने एवं पुलिस अत्याचार पर चिंता जाहिर की।
बैठक में उपस्थित सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल सदस्य श्याम भारती ने कहा कि मणिपुर की घटना पूरे देश को शर्मसार किया है। मणिपुर के मामले में प्रधानमंत्री का नाम इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज होगा. मणिपुर में आग लगी हुई है. वहाँ रोंगटे खड़े करने बाली घटनाएं हो रही है.मणिपुर के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री चुप हैं मणिपुर मेंसरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है. पुलिस प्रशासन भी भीड़ के साथ ही खड़ा दिखाई दे रहा है. वहां लगातार अमानवीय घटनाएं हो रही है उन्होंने कहा कि भाजपा आर एस एस की सरकार पूरे देश में नफरत पैदा कर आपसी भाईचारा समाप्त कर रही है। संविधान लोकतंत्र पर तेजी से हमला हो रही है इस इलाके के जनता ने सांसद से इस पिछड़े हुए इलाके का विकास की उम्मीद किया था। मगर सड़क स्वास्थ्य बाढ़ सुखार बिजली शिक्षा बेरोजगारी जैसी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। इस इलाके में मक्का आधारित उद्योग की स्थापना होने से इस इलाके के किसानों को उचित कीमत एवं इलाके के बेरोजगारी के समस्या से निजात दिलाया जा सकता है मगर केंद्रसरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने आशा फैसिलिटेटर के आंदोलन का समर्थन करते हुए अभिलंब सरकार से आशा की मांग पूरी करने की मांग की।
सीपीआईएम जिला सचिव मंडल सदस्य राम अनुज यादव ने कहा कि सोहरवा घाट पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद डायवर्सन बना जो ध्वस्त हो गया। डायवर्सन ध्वस्त होने के चलते इलाके के आम लोगों को आने जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। तत्काल डायवर्सन बनाने की जरूरत है। मगर प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रही है। कुशेश्वरस्थान से कारगिल चौक की सड़क जर्जर स्थिति में है। इस सड़क का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। अंचल क्षेत्र में भूदान की जमीन है मगर सरकारी घोषणा अनुसार भूमिहीनों को जमीन नहीं दिया जा रहा है। लगभग 1100 भूमिहीनों ने 3 महीने पहले अंचल कार्यालय में आवेदन रिसीव कराया उस पर कार्रवाई नहीं हो रही है। पूरा कुशेश्वरस्थान सुखार की चपेट में है। मानसून आया और चला गया इलाका प्रत्येक वर्ष बाढ़ से प्रभावित रहता था मगर इस बार खेत में दरार है किसानों ने धान का फसल नहीं लगाया। उन्होंने पूरे कुशेश्वरस्थान क्षेत्र को सुखाड़ क्षेत्र घोषित कर राहत कार्य शुरू करने मजदूरों को काम देने की मांग की।
बैठक में प्रस्ताव कर कुशेश्वरस्थान को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने पुलिस अत्याचार पर रोक लगाने भूमिहीनों को जमीन देने किसानों के कर्ज माफ करने एमएसपी का गारंटी देने वाला कानून बनाने की मांग को लेकर कारपोरेट खेती छोड़ो मोदी गद्दी छोड़ो नारों के साथ 9 अगस्त को बिरौलअनुमंडल पर बड़ी संख्या में सत्याग्रह आंदोलन करने का निर्णय लिया गया बैठक को प्रखंड सचिव सुशील सिंह बैजनाथ मुखिया रामाकांत चौपाल राम सुधारी ठाकुर रमेश सिंह अशर्फी पासवान सुनील पोद्दार सिपरी देवी राम विनय यादव आदि ने संबोधित किया