31 मई, बहादुरपुर, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सीपीआई(एम) द्वारा बहादुरपुर अंचल कार्यालय पर चलाया जा रहा आंदोलन आज तीसरे दिन जारी रहा और कार्यालय में लटका रहा ताला। आंदोलन के समर्थन में आज आंदोलनकारियों ने बहादुरपुर अंचल अधिकारी का पुतला दहन किया।

आंदोलनकारियों की मांग है कि बहादुरपुर अंचला अधिकारी के द्वारा पूर्व में दिए गए आश्वासन पर अमल करने अंचल कार्यालय में लूट खसोट कर्मचारियों द्वारा नाजायज मुंशी की बहाली, दाखिल खारिज आदि कामों में भयंकर भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, नाजायज मुंशी को हटाने,गरीबों को 5 डिसमिल जमीन मुहैया कराने और बरसों से बसे हुए गरीब भूमिहीनों को बासकित का पर्चा निर्गत करने की मांगों को लेकर कई बार अंचला अधिकारी के द्वारा आश्वासन दिया गया और कार्यवाही नहीं की गई। इससे आक्रोशित होकर कार्यालय में अनिश्चितकालीन ताले बंदी किया गया है और जनता का काम नहीं तो कार्यालय खोलने का कोई मतलब नहीं बही सुशीला देवी की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई(एम) राज्य सचिव मंडल सदस्य श्याम भारती ने कहा कि 29 मई से प्रखंड कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है और जिला समाहर्ता अनुमंडल पदाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित अंचला अधिकारी को मांग पत्र दिया गया लेकिन अभी तक कोई भी पदाधिकारी आंदोलनकारियों से वार्ता नहीं किया यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है गरीब दलित भूमिहीनों पर अफसरशाही लगातार बढ़ रही है जल जीवन हरियाली के नाम पर गरीबों का घर उजारा गया सरकार का निर्देश है कि जिन परिवारों को गुजारा गया है उसे अभिलंब भूमि के साथ-साथ आवास दिया जाएगा मगर उस पर अमल नहीं किया जा रहा है जा रहा है
सीपीआईएम बहादुरपुर प्रखंड सचिव राम सागर पासवान ने कहा कि बहादुरपुर अंचला अधिकारी सामंतों और जमींदारों के पक्ष में अंचल कार्यालय को चला रहे हैं गरीब भूमिहीनों को जमीन का पर्चा निर्गत करने में आनाकानी कर रही हैं और मुंशी और दलालों के द्वारा मोटी रकम की उम्मीद से कार्य को ठंडे बस्ते में डाल दिया जब तक गरीब भूमिहीनों को बासकित का पर्चा नहीं दिया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा

सीपीआईएम नेता गणेश महतो ने कहा की लगातार अंचला अधिकारी के द्वारा गौशालाबर गांव में विद्यालय निर्माण एवं गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए स्थल निरीक्षण करने के बावजूद भी कोई भी कार्य आगे नहीं बढ़ाया गया। मिर्जापुर देकुली के बरसों से बसे हुए परिवारों को कर्मचारी और आमीन रिपोर्ट के बावजूद भी अभी तक बासकीत का पर्चा नहीं दिया गया। जब तक इन तमाम मांगों पर कार्रवाई शुरू नहीं हो जाती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
बहादुरपुर अंचला अधिकारी का आज विदाई समारोह किया जाना था लेकिन अंचल कार्यालय नहीं पहुंचे। दूसरी तरफ आंदोलनकारी के द्वारा अंचलाधिकारी का पुतला बनाकर उसे जूते चप्पल की माला पहनाकर उनकी विदाई की गया।

सभा को सतनारायण पासवान, मनोहर शर्मा, राम इकबाल शर्मा, पप्पू पासवान, डाई बती देवी, रूबी देवी, बद्री पासवान, विमल देवी, मोहम्मद गुलजार, सुनील शर्मा आदि ने संबोधित किया।