*प्रो विश्वनाथ झा, डा शंभु शरण सिंह, डा आर एन चौरसिया, योगप्रशिक्षक शंभू मंडल व डा प्रेम कुमारी आदि ने रखें महत्वपूर्ण विचार*

*संपूर्ण शारीरिक व मानसिक विकास करने में समर्थ योग भारत की विश्व को सर्वाधिक महत्वपूर्ण देन- डा शंभू शरण*

*योग मानव के नकारात्मक भाव को समाप्त कर व्यवस्थित जीवन जीने तथा आत्मविश्वास जगाने में समर्थ- प्रो विश्वनाथ*

*योग हमारी प्राचीन एवं श्रेष्ठ जीवन शैली जो पूर्ण स्वस्थ, नियमित एवं दीर्घ जीवन प्रदान करने में सक्षम- डा चौरसिया*

प्राचीन भारतीय ऋषि- मुनियों की महत्वपूर्ण खोज योग की हमारे जीवन में अत्यधिक महत्ता बढ़ती जा रही है। संपूर्ण शारीरिक व मानसिक विकास करने में समर्थ योग भारत की विश्व को सर्वाधिक महत्वपूर्ण दिन है। उक्त बातें इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र दरभंगा के वरीय क्षेत्रीय निदेशक डा शंभू शरण सिंह ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बाजितपुर- किलाघाट, दरभंगा स्थित डा अंबेडकर मॉडल स्कूल प्रांगण में इग्नू अध्ययन केन्द्र, सी एम कॉलेज, दरभंगा तथा एक्यूप्रेशर, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में “योग- व्याख्यान तथा योगाभ्यास” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज विश्व के 180 से अधिक देशों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाना, योग की महत्ता को सिद्ध करता है। योग हमें जीवन को व्यवस्थित, तनाव रहित, स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन यापन में सहायक है।

अध्यक्षीय संबोधन में महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि विश्व योग दिवस प्रतीक स्वरूप है। हमें सालों भर योगाभ्यास करना चाहिए। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है और नकारात्मक प्रवृत्तियाँ समाप्त होती हैं। योग के माध्यम से हम शरीर तथा अपने कार्यों का बेहतर प्रबंधन करने में सक्षम होते हैं। इससे प्रत्येक व्यक्ति, परिवार, समाज व राष्ट्र सुखी संपन्न बन सकता है। योग हमें अन्य कार्यों को व्यवस्थित रूप से करने में भी सक्षम बनाता है।

मुख्य वक्ता के रूप में इग्नू- समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि योग हमारी प्राचीन एवं श्रेष्ठ जीवन शैली है जो वर्ग- जाति, धर्म- संप्रदाय, लिंग- अवस्था तथा भाषा- क्षेत्र से ऊपर है। इसके निरंतर अभ्यास से बच्चे- बूढ़े, किशोर- युवा या वयस्क स्त्री- पुरुष सभी पूर्ण स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन प्राप्त करने में सक्षम हो जाते हैं।

उन्होंने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आह्वान करते हुए कहा कि इसे केवल बीमार या वृद्ध व्यक्ति ही नहीं, बल्कि स्वस्थ एवं हर व्यवस्था के लोग करें तो वे बीमार ही न पड़ेगें। कोरोना काल के बाद से तो योग की और भी महत्ता बढ गई है।

इस अवसर पर बिहार योग स्कूल, मुंगेर से प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक शंभू मंडल ने कहा कि हम भौतिक सुख-सुविधा के कारण आराम- तलबी जीवन जी रहे हैं, जिसके कारण लोग डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, मोटापा व हृदय रोग सहित अनेक रोगों के शिकार हो रहे हैं। योग और प्राणायाम करने से हारमोंस संतुलित रहते हैं तथा हमारी दैनिक क्रियाएं भी व्यवस्थित होती हैं। उन्होंने ऊं का सामूहिक उच्चारण कराते हुए अनेक सूक्ष्म योग तथा प्राणायाम का सरल अभ्यास कराया।

योग कार्यक्रम में इग्नू- सहायक संजीव कुमार, इग्नू- सहायक समन्वयक प्रशांत कुमार झा, डा अंबेडकर मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य सत्यनारायण पासवान, शिक्षक ज्योतिष कुमार, निखत परवीन, पिंकी शर्मा व नेहा कुमारी, विकास कुमार सहित अनेक अभिभावक तथा छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

आगत अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया।
इग्नू- सहायक अमरजीत कुमार के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत स्कूल के निदेशक उमाशंकर पासवान ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन संगीत की प्राध्यापिका डा प्रेम कुमारी ने किया।