#MNN@24X7 प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर सुभाष चौक से सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के चार जवानों की प्रतिमाओं की बंदूकें गायब हो गई हैं।तीन जवानों की प्रतिमाओं के हाथ भी तोड़ दिए गए हैं। एक जवान के हाथ सहित बंदूक को दूसरी खंडित प्रतिमा के गले में लटकाकर रस्सियों से बांध दिया गया है। बता दें कि यह घटना वहां हुई है जहां 24 घंटे पुलिस की निगरानी रहती है।दर्जन भर से अधिक एचडी कैमरे भी लगाए गए हैं।
सुभाष चौक आजाद हिंद फौज के जवानों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने और उनकी बंदूकें तोड़ने की घटना कब हुई, फिलहाल इसकी जानकारी किसी को नहीं है।इसे जानकर हर कोई हैरान है। हैरानी की बात यह है कि जिस सुभाष चौक के गोलंबर में लगाई गई जवानों की प्रतिमाओं के हाथ तोड़े गए और बंदूकें तोड़कर नष्ट की गईं।वहां से पुलिस चौकी चंद कदम दूर है।सिविल लाइंस थाने की पुलिस के साथ ही अफसरों की गाड़ियां भी देर रात तक खड़ी देखी जाती हैं।ऐसे में वहां प्रतिमाओं के हाथ कब और किसने तोड़ डाले? कैसे उनपर किसी की नजर नहीं पड़ी,यह सोचने वाली बात है।
बता दें कि सुभाष चौक का आजाद हिंद फौज के प्रतीक रूप में सौंदर्यीकरण 2019 के कुंभ के दौरान प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कराया गया था।शहर के 64 चौराहों को विभिन्न प्रतिमाओं के रूपों में सजाया गया था।कहीं समुद्र मंथन तो कहीं नटराज तो कहीं आजाद हिंद फौज।देश -दुनिया से कुंभ में डुबकी लगाने के लिए आने वाले 24 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का कर्द्र बनी थीं।अब वही मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो रही हैं और उनकी रखवाली करने की भी किसी को फिक्र नहीं है। इससे पहले निरंजन डॉट पुल के पास झूले पर लगी राधा-कृष्ण की प्रतिमा से कान्हा के अधरों से मुरली चोरी कर ली गई थी।
सुभाष चौक से आदाज हिंद फौज के सिपाहियों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किए जाने और बंदूकें तोड़े जाने की जानकारी मुझे नहीं थी। ऐसा किसने और कब किया इसकी पड़ताल कराई जाएगी। क्षतिग्रस्त जवानों की प्रतिमाओं की मरम्मत कराई जाएगी। अरविंद चौहान, पीडीए वीसी।
(सौ स्वराज सवेरा)