नौजवानों को रोजगार देने के बदले नफरत की भावना भर रही है केंद्र व राज्य सरकार- आफताब आलम

2022 का साल नौजवानो के रोजगार के आन्दोलन का साल बनेगा- धीरेंद्र झा

दरभंगा हायाघाट 1 मार्च 2022, 19 लाख रोजगार, मांग रहा युवा बिहार, सम्मानजनक रोजगार व न्यायपूर्ण बहाली के लिए रोजगार अधिकार आन्दोलन के तहत छात्र -युवा संवाद का आयोजन किया गया। संवाद के मुख्य अतिथि भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा, मुख्य वक्ता इनौस के प्रदेश अध्यक्ष आफताब आलम, इनौस के प्रदेश उपाध्यक्ष रंजीत राम, आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील कुमार, आइसा राज्य सह सचिव प्रिंस राज, राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य संदीप कुमार थे।

छात्र-युवा संवाद की अद्यक्षता मोहम्मद सनहेलाई,अबु नसर तथा संचालन आइसा के राज्य सह सचिव मयंक कुमार यादव ने किया।

सभा को सबोधित करते हुए इनौस के प्रदेश अध्यक्ष आफताब आलम ने कहा कि आज जब हम इकट्ठा होकर सम्मानजनक रोजगार और न्यायपूर्ण बहाली की मांगों को रोजगार अधिकार आंदोलन को तेज़ करने की योजना बना रहे है। वही दूसरी तरफ भारतीय शिक्षा व्यवस्था की बदहाली के कारण बेहतर शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चाहत और सपना लेकर यूक्रेन जैसे अन्य देशों में भारतीय छात्र पलायन कर रहे है। वही वर्तमान समय में रूस- यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। ऐसे में लगभग 20 हजार भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। आइसा-इनौस मोदी सरकार से मांग करता है कि अविलंब तेज़ी के साथ भारतीय छात्रों को सकुशल वापसी लाने की ग्रारंटी करें। और बेहतर शिक्षा व सम्मानजनक रोजगार की व्यवस्था कराएं ताकि भारतीय छात्रों को अन्य राज्यों और देशों में शिक्षा और रोजगार की तलाश में पलायन करना न पडें। इसलिए जब आगामी 9 मार्च को पटना में युवाओं का रोजगार अधिकार महासम्मेलन आयोजित होने जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि आइसा-इनौस की तरफ से छात्र-युवाओं ने अपील है कि 19 लाख रोजगार दो, वरना कुर्सी खाली करो, नीतीश-मोदी रोजगार दो वरना, कुर्सी खाली करो नारों के साथ एकजुट होकर 9 मार्च को पटना चले और रोजगार अधिकार आंदोलन को तेज करें।

वही भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि देश भीषण संकट के दौर से गुजर रहा है।यूक्रेन में आम नागरिक के तरह भारतीय लोग शिकार हो रहे है।
उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर यूक्रेन से सभी भारतीय को वापस लाया जाए नही तो गांव-गांव में मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा की रूस यूक्रेन से अपनी सेना वापस ले और अमेरिका इस बात का अस्वाशन दे कि नाटो का विस्तार नही किया जाएगा। और युद्ध नही शांति चाहिए और अमेरिका को नाटो को भंग करना चाहिए।
श्री झा ने आगे कहा की इस बार का बजट छात्र -नौजवान विरोधी है।
उन्होंने कहा कि बिहार में अशोक पेपर मिल , जुट मिल, चीनी मिल, सुता मिल को चालू करने का कोई एजेंडा नही है।
उन्होंने कहा कि मिथिलांचल में बन्द परे कारखानों को लेकर बिहार विधान सभा के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।

वही इनौस के प्रदेश उपाध्यक्ष रंजीत राम ने कहा कि 19 लाख रोजगार, मांग रहा युवा बिहार नारा को हायाघाट और कल्याणपुर में छात्र-नौजवानो के बीच बुलंद करना होगा।

वही आइसा के राज्य उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने बिहार में खाली पड़े लाखो पदों खाली है सरकार सुस्त बहाली के प्रति सुस्त है। अभिलम्भ बहाली प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की।

वही आइसा राज्य सह सचिव प्रिंस राज, मयंक कुमार यादव ने कहा की नीतीश कुमार ने घोषणा किया था की प्रत्येक पंचायत में हाई स्कूल की घोषणा और प्रखंड में इंटर कॉलेज की स्थापना हो लेकिन सरकार इस मुद्दे से भाग रही है। हायाघाट एरिया बाढ़ ग्रस्त एरिया है लेकिन तक कॉलेज की स्थापना पर कोई बात नही हुई है। इस सवाल को भी मुद्दा बनाया जाएगा।

वही संवाद का उद्घाटन करते हुए भाकपा(माले) प्रखंड प्रभारी जंगी यादव ने कहा कि हायाघाट के बिलासपुर में जलजामव का समस्या नौजवान का प्रमुख समस्या है। इसको दूर करने को लेकर जल्द ही आन्दोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

संवाद में इंसाफ मंच के एजाज और अकबर, दिनेश कुमार, राजू पासवान, बेचन कुमार यादव, मोहम्मद इरसाद, मोहम्मद तालिब, संतोष यादव, मोहमड्ड लालू, डॉ. शोएब, विशनाथ पासवान, अकबर रजा, सुभाष कुमार, घनश्याम यादव, गोविंद कुमार राम, मोहम्मद शाहिल, मोहम्मद फिरोज सहित कई लोग शामिल थे।