डा प्रभात दास फाउंडेशन के द्वारा विश्व हृदय दिवस की पूर्व संध्या पर बेलादुल्ला में ‘हृदय रोग की समस्या और समाधान’ विषयक संगोष्ठी आयोजित।

२०२३ के विश्व हृदय दिवस की थीम है ‘यूज हार्ट, नो हार्ट’ अर्थात् हृदय का उपयोग करें और हृदय को जानें- डा गुप्ता।

#MNN@24X7 दरभंगा, वर्तमान में शारीरिक से ज्यादा मानसिक रोग बढ़ रहे हैं। तनाव प्रबंधन से हृदय रोग से बचा जा सकता है। विशेष जानकारी न होने के कारण ही हार्ट अटैक से अधिकांश लोगों की मृत्यु तक हो जाती है। हृदय रोग के संबंध में आमलोगों को भी ज्यादा से ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है। आज अन्य सभी रोगों की तुलना में हृदय रोग ज्यादा खतरनाक है।

उक्त बातें डा प्रभात दास फाउंडेशन की ओर से दरभंगा के वार्ड नंबर- 3 स्थित बेलादुल्ला मोहल्ला में ‘विश्व हृदय दिवस’ की पूर्व संध्या पर “हृदय रोग की समस्या और समाधान” विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ए के गुप्ता ने कही।

डा गुप्ता ने कहा कि हरेक व्यक्ति को कम से कम एम्बुलेंस, हॉस्पिटल, डॉक्टर, पुलिस तथा अग्निशमन आदि के महत्वपूर्ण नंबरों को हमेशा साथ रखना चाहिए। बच्चों एवं युवाओं की तुलना में बुजुर्गों एवं महिलाओं के रोगों के इलाज कठिन होते हैं। शाकाहारी भोजन करना स्वास्थ्य की दृष्टि से ज्यादा बेहतर होता है। मांसाहार भोजन में मछली खाना ज्यादा लाभदायक है।

उन्होंने फलों को सुपर फूड तथा अमृत भोजन बताते हुए कहा कि हार्ट अटैक होने के 2 से 3 घंटे के गोल्डन पीरियड में रोगी को यदि अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान बचाने में आसान होती है। महिलाओं के हार्ट अटैक की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि माहवारी बंद होने के बाद उनमें हार्ट अटैक की संभावना दुगनी हो जाती है। अतः उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है।

डॉ गुप्ता ने बताया कि मॉर्निंग वॉक, योग- प्राणायाम, व्यायाम, स्विमिंग, साइकलिंग तथा खेलकूद आदि को नियमित रूप से अपनाकर हृदय रोग से बचा जा सकता है। 40 वर्ष की उम्र के बाद हमें अपना बीपी, कोलेस्ट्रॉल तथा ब्लड शुगर आदि की जांच प्रत्येक 6 महीने पर नियमित कराते रहना चाहिए। अपनी शारीरिक सक्रियता, आध्यात्मिकता, अच्छी नींद, अनुशासित जीवन शैली, स्वास्थ्यकर भोजन तथा तनाव- प्रबंधन आदि के द्वारा हम हृदय रोग से बच सकते हैं।

उन्होंने महत्वपूर्ण आंकड़ों को बताते हुए कथा- कहानियों के माध्यम से हृदय रोग के लक्षण, करण, परिणाम तथा बचाव के विविध उपायों की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि दरभंगा में प्रतिदिन 2 करोड रुपए से ज्यादा का गुटका, तंबाकू आदि की बिक्री होती है जो लोगों में अनेक रोगों को उत्पन्न करता है।

अध्यक्षीय संबोधन में सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में प्रेमचंद उर्फ भोलू यादव ने बेलादुल्ला स्थित अपने कार्यालय पर आयोजित इस सफल आयोजन के लिए डॉ प्रभात दास फाउंडेशन तथा डॉक्टर एके गुप्ता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 80% से अधिक बीमारियों के कारण हम खुद हैं। यदि हम हृदय रोग के पूर्ण एवं सही जानकारी प्राप्त कर खुद जागरूक रखते हुए आमलोगों को भी जागरूक करें तो हृदय रोग पर नियंत्रण संभव है।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में डा आर एन चौरसिया ने बताया कि 2000 ई से ही विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। हृदय रोगी का समय पर इलाज न होना मृत्यु का बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि हृदयरोग से प्रति वर्ष एक करोड़ सत्तर लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। राजकुमार गणेशन के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि स्वागत अनिल कुमार सिंह ने किया, जबकि शिक्षक डा अविनाश कुमार उर्फ झा ने न धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में बेलादुल्ला की महिलाएं, सिलाई- कटाई प्रशिक्षणार्थी सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे।