दरभंगा। आज दिनांक 26.08.2022 को विश्वविद्यालय हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष प्रो० राजेन्द्र साह की अध्यक्षता में ‘पत्रकारिता एवं जनसंचार’ विषय पर गोष्ठी आयोजित की गयी, जिसमें वर्तमान समय में पत्रकारिता की सार्थकता एवं महत्ता पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला गया|

इस दरम्यान सूचना भी प्रसारित की गयी कि
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय,दरभंगा के विश्वविद्यालय हिंदी विभाग द्वारा संचालित एक वर्षीय ‘पत्रकारिता एवं जनसंचार’ के सर्टिफिकेट कोर्स,सत्र- 2022 – 2023 में ऑन स्पाॅट ऐडमीशन के लिए दिनांक 03/09/2022 तक आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं|इच्छुक छात्र-छात्राऍं विश्वविद्यालय हिंदी विभाग से संपर्क कर नामांकन -प्रपत्र प्राप्त कर इस कोर्स में ऐडमीशन ले सकते हैं| इस कोर्स में नामांकन के लिए 45% अंकों के साथ किसी भी संकाय में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। किसी अन्य कोर्स में नामांकित छात्र-छात्राऍं भी यह कोर्स कर सकते हैं।

यह जानकारी विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो० राजेंद्र साह ने दी। इस मौके पर प्रो. साह ने कहा कि पत्रकारिता जन- सरोकार का सशक्त माध्यम है|यह सीधा संवाद स्थापित करती है|वर्तमान दौर में इसकी अहमियत काफी बढ़ गयी है|पत्रकारिता राष्ट्र- निर्माण व प्रासंगिक घटनाओं के संचार का ही मजबूत माध्यम नहीं है, अपितु मूल्यों को स्थापित करने तथा लोगों की दृष्टि खोलने का भी अतीव महत्त्वपूर्ण कार्य संपादित करती है|

इस क्षेत्र में रोजगार की अनंत संभावनाऍं हैं। रिपोर्टर, प्रूफ रीडर, संपादक, स्तंभकार आलोचक ,फोटोजर्नलिस्ट, कार्टूनिस्ट बनकर युवा अपने कैरियर को नई दिशा दे सकते हैं। समाज में इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की पृथक् विशिष्ट पहचान है|

डॉ० आनंद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि पत्रकारिता सत्य के अन्वेषण का सतत संघर्ष है |कलम और कैमरा की ताकत तलवार से भी अधिक प्रभावशाली होती है|

पत्रकारिता के समन्वयक डॉ. सुरेंद्र प्रसाद सुमन ने कहा कि पत्रकारिता आधुनिक सभ्यता का प्रमुख व्यवसाय है और जनसेवा का सशक्त माध्यम भी । पत्रकारिता के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले इच्छुक युवाओं के लिए यह एक सुनहरा मौका हैं। इंटरमीडिएट के बाद इस कोर्स में नामांकन लेकर प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया व स्थानीय पत्रकारिता एवं जनसंचार में रोजगार तलाश सकते हैं। साथ ही इस कोर्स के माध्यम से छात्र आर्थिक लाभ प्राप्त करते हुए सामाजिक, राजनीतिक ,प्रशासनिक ,राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पहचान बना सकते हैं।