#MNN@24X7 दीयावाती कातिक मास अमावस्याक रातिकेँ मनाओल जाइछ। मिथिले टा नहिं अपितु सम्पूर्ण देशमे मनाओल जाइत छैक। एहि दिन घर आंगनक सफाई, रंगाई पोताई होइत अछि।मिथिलामे सांझू पहर लोक लक्ष्मी पूजा करैत छथि। गोसाउनकेँ घर कएल जाइत छनि। कोजगरे जकाँ असोरासँ चिनवार धरि अरिपन देल जाइछ। तखन अरिपनक शेषमे अष्टदल अरिपन द’ ओहिपर पीढ़ी राखल जाइत अछि।
साँझमे लोक अपन घर आंगन दीपसँ सजबैत छथि। एहि सभक बाद हुक्का लोली भँजैत छथि। घरमे अरिपन देल पीढ़ी रहैत छैक। ओकर मध्य काठक तामा राखल जाइछ। पीढ़ीक चारू कोनपर दीप जरैत रहैत छैक। तामामे सोना, चानी, द्रव्य आ अन्न रहैत छैक जकर तात्पर्य भेलै जे लक्ष्मी हमर घर धन धान्यसँ भरने रहथि।
रातुक अन्तिम पहरमे घरक मुख्य महिला ई कहि लक्ष्मीकेँ घर अनैत छथि जे -: *”अन धन लक्ष्मी घर आउ, दरिद्रा बाहर जाउ।”*
सूप संठीसँ डेंगबैत कतेको बेर घरसँ बासर आ बाहरसँ घर जाइत छथि। एकर आशय भेलै जे लक्ष्मीकेँ घरक भीतर आ दरिद्रताकेँ बाहर निकालल जाइत अछि।
आजुक राति श्री १०८ भगवती कालीक पूजा धूम- धामसँ कएल जाइत अछि।
अराधक लोकनि अपन रुचिक अनुसार कोनो एक पद्धतिसँ पूजा करैत छथि। ई पूजा जहिया निशाभाग रातिमे अमावास्या पड़ैत छैक तहिया कएल जाइत छैक।
व्यापारी वर्गक लेल दीयावाती आ कालीपूजा पाबनि बड महत्वपूर्ण मानल गेल अछि। एहिमे ओ सब अपन नवका खाता वही आरंभ करैत छथि। साँझमे निष्ठापूर्वक पुरोहित बजा क’ लक्ष्मी गणेशक पूजा करैत छथि। प्रसादक रूपमे धानक लाबा आ लड्डू बड प्रसिद्ध अछि। तकर वितरण कएल जाइत अछि। साल भरिक लाभ-हानिक हिसाब क’ रंगविरंगक फटक्का-फुलझड़ी जड़बैत छथि।
एहि सभक बात श्रेष्ठ जनसँ आशीर्वाद लेल जाइत अछि। सब एक दोसरा केँ शुभकामना दैत मधुर खाइत आ खुअबैत छथि।
हमहूँ मिथिला न्यूज नेटवर्कक पाठक लोकनिकेँ दीयावातीक बहुत शुभकामना दैत छीयनि।
लेखक-:
©अखिलेश कुमार झा