#MNN@24X7 दरभंगा। उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं। उनके साथ ही कई ऐसे मरीज भी आते हैं जिनकी समस्या निजी होती है। खासकर गर्भ और शिशुओं से संबंधित समस्याओं में, यहां आने वाले ऐसे मरीजों के लिए ज्ञैनिक वार्ड और शिशु विभाग का निर्माण किया गया है। डीएमसीएच में प्रत्येक दिन कई नए बच्चे जन्म लेते हैं और उनका इलाज भी होता है। लेकिन कल एक ऐसा वाकया सामने है आया जो आप को झकझोर कर रख देगा ।
पूरा मामला यह है कि एक कुवांरी लड़की जो अपना इलाज करवाने डीएमसीएच आई थी।उसके जांच करवाने के दरमियान ही इमरजेंसी वार्ड से कुछ गज पहले ही उस लड़की का गर्भपात हो गया और एक बच्चे को जन्म रास्ते हो गया। जिसे देखते ही देखते उस कुमारी गर्भवती की मां ने बच्चे को बगल के नाला में फेंक दिया। सबसे अच्छी बात यह रही कि कुछ ही मिनट में वहां पर उपस्थित लोगों की नजर उस बच्चे पर पड़ी और बच्चे को नाला से निकाला गया। मगर इस प्रक्रिया में तब तक 15 मिनट लग चुका था मगर बच्चा सकुशल जीवित था।
उसके बाद हल्ला हुआ तो खोजबीन के बाद बच्चे की मां को बुलाया गया और बच्चे को सौंपा गया। तत्काल बच्चे को शिशु विभाग में और मां को गायनिक विभाग में भर्ती भी करवा दिया गया। वहां उपस्थित लोग यह देखकर आश्चर्यचकित भी थे कि 15 मिनट तक बच्चा नाला में होने के बाद भी जीवित रहा। जबकि उस नाला में पूरा पानी था।
यह पूरा मामला दरभंगा जिला के APM थाना अंतर्गत नया टोला का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह लड़की अपने माता-पिता के साथ इलाज करवाने डीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में जा रही थी इसी क्रम में इमरजेंसी वार्ड से कुछ ही दूरी पर गर्भवती का गर्भपात हो गया और गर्भपात के तुरंत ही बाद युवती की मां ने बच्चे को नाले में फेंक दिया। जिसके बाद वहां पर मौजूद लोगों की नजर बच्चा पर पहुंची, तुरंत ही बच्चे की मां को पकड़ लिया और इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई। अभी दोनों का इलाज तत्काल डीएमसीएच में चल रहा है।बताया जा रहा है कि युवती की अभी शादी नहीं हुई है! वही पूजा कुमारी के पिता ने बताया कि उसको इसकी जानकारी नहीं थी लेकिन वह भी देखकर भोचक्का हो गए हैं।