#MNN@24X7 दरभंगा, विश्वविद्यालय मैथिली विभाग में सत्र 2023-25 के छात्र -छात्रों का वर्ग आरंभ हुआ, जिसका आरम्भ ‘दीक्षारंभ ‘ कार्यक्रम से किया गया। जिसकी अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो दमन कुमार झा ने की।
आरम्भ में छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए प्रो दमन कुमार झा ने आज के इस विशेष अवसर पर सभी छात्र छात्राओं को शुभकामनायें दी और मैथिली साहित्य के प्रति रूचि हेतु बधाई दी। उन्होंने कहा कि ज्ञान के साथ संस्कार एवं अनुशासन का भी महत्वपूर्ण स्थान है, जिसे सभी छात्र छात्रों को अपनाना आवश्यक है।
उन्होंने नामांकित सभी छात्र छात्राओं को आज के इस प्रतियोगिता के युग में अनुशासित होकर ज्ञानार्जन हेतु प्रेरित किया और कहा कि जब तक आप जड़ तक नहीं पहुचेंगे तब तक आप सही ज्ञान अर्जित नहीं कर पाएंगे। उन्होंने गुरू को गुरू मानकर शिक्षा लेने की बात कही।आगे उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि जो भी नामांकित छात्र छात्राएं हैं उन्हें नित्य वर्ग में उपस्थित होना अनिवार्य है। 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति होने पर उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने से रोक दिया जायेगा।
आरम्भ में विभाग के वरीय शिक्षक प्रो० अशोक कुमार मेहता ने सभी छात्र छात्राओं से परिचय प्राप्त किया और विभागीय शिक्षक – कर्मियों से परिचय करबाया।उन्होंने अध्ययन हेतु आवश्यक निर्देश दिये।आगे उन्होंने कहा कि समय से आना और वर्ग में सचेतन अवस्था में बैठना बहुत सारी कमियों को दूर कर देता है ।
आगे प्रो. अशोक कुमार मेहता ने कहा कि विश्वविद्यालयी शिक्षा का उद्देश्य बच्चों में पढ़ाई के साथ-साथ एक कुशल नागरिक बनाना तथा उनमें अनुशासित संस्कार भरना है। स्नातकोत्तर स्तर पर बच्चों में शोधात्मक अध्ययन की प्रवृति जागृत होती है। यहाँ से वे अपने जीवन को विभिन्न आयाम दे सकते हैं बशर्ते इसके लिए आवश्यक है कि वे सतत् अध्ययनशील हों और शिक्षकों के मार्गदर्शन के अनुरूप तैयारी करें। पाठ्यक्रम आधारित ग्रंथ की पढ़ाई के संग नियमित रूप से कक्षा में उपस्थिति तथा अपनी जिज्ञासाओं एवं उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु अपने आप को कैसे तैयार करें, इन विषयों पर भी उन्होंने विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
डॉ सुनीता कुमारी ने कहा कि आपलोग बहुत भाग्यशाली हैं, जिन्हें इस विभाग में नाम लिखबाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यहाँ पढ़ने पढ़ाने की उच्चतम व्यवस्था है। सहयोग करने बाले शिक्षक हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्था अपनी प्रतिभा को निखारने का एक उन्नत प्लेटफॉर्म होता है जहाँ बच्चों में व्यक्तित्व का समुचित विकास होता है।
इस अवसर पर शोधार्थी,छात्र छात्रा एवं विभागीय कर्मी भाग्यनारायण झा, निरेन्द्र कुमार, आदि उपस्थित थे।