बीईओ एवं डीपीओ आदि स्कूलों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करें- डीएम।

#MNN24X7 दरभंगा, 09 दिसम्बर, समाहरणालय स्थित अंबेडकर सभागार में आज जिलाधिकारी दरभंगा कौशल कुमार की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई।

बैठक में जिले में चल रहे सभी शैक्षणिक कार्यक्रमों,शिक्षा की गुणवत्ता,डिजिटल उपस्थिति प्रणाली तथा छात्रों को मिलने वाली शैक्षणिक सुविधाओं पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप आदि की गहन समीक्षा की गई।

बैठक में जिलाधिकारी ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की प्रगति,
ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति,
विभिन्न वर्गों के छात्रों के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की अद्यतन स्थिति,यू-डायस से संबंधित आंकड़ों की समयबद्ध प्रविष्टि,विद्यालयों में आवश्यक भौतिक संसाधनों की उपलब्धता और स्कूल संचालन की नियमितता आदि बिंदुओं पर घंटो विस्तृत समीक्षा किये।

जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा को निर्देश दिया कि अपने-अपने कार्य क्षेत्र में पढ़ने वाले सभी विद्यालयों में नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करें ताकि शैक्षणिक गतिविधियों का सही मूल्यांकन किया जा सके।

उन्होंने कहा कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रतिदिन पांच विद्यालयों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे।

शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराई जाए तथा अनुपस्थित पाए जाने वाले कर्मियों पर विधि सम्मत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। शैक्षणिक माहौल को ठीक करने के लिए जिलाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा की उपस्थिति बनाकर विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों को निलंबित किया जाएगा। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के लिए इसके लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
जिले के सभी 2586 विद्यालयों का औचक जांच करते हुए भौतिक प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया। जिले में रसोइयों की संख्या 70 25 है जिन्हें प्रतिमाह 3300 रू दिए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति एवं अन्य योजनाओं का लाभ समय पर छात्रों तक पहुँचे,इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को समन्वय व तत्परता से इंस्टीट्यूशन स्तर पर लंबित आवेदन को निष्पादन करने का निर्देश दिया।

उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी अनुश्रवण करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिले में भवनहीन विद्यालय एवं भूमिहीन विद्यालय तथा टैगिंग किए गए विद्यालयों को चिन्हित कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

यू-डायस डेटा का समय पर एवं सटीक प्रविष्टि करना सभी विद्यालय प्रधानों की प्राथमिक जिम्मेदारी है,इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में *समग्र शिक्षा पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप,कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय,स्कूलों का निरीक्षण,आधार और अपार स्टेटस, मध्यान भोजन आदि बिंदुओं पर भी समीक्षा की गई*।

जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा विभाग से जुड़े सभी अधिकारी व कर्मी यह सुनिश्चित करें कि जिले के बच्चों के लिए* गुणवत्तापूर्ण,सुलभ और डिजिटल रूप से सशक्त शिक्षा उपलब्ध हो।

बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी कृष्णानंद सदा, उप निदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद, डीपीओ स्थापना अवधेश कुमार,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा संबंधित सभी अधिकारी आदि उपस्थित रहे।