#MNN24X7 दरभंगा, 06 दिसम्बर, दरभंगा, समाहरणालय परिसर स्थित बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर सभागार में विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारियों (CWPOs) सहित बाल संरक्षण से जुड़े सभी हितधारकों के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य किशोर न्याय प्रणाली को अधिक परिणामकारी बनाना तथा बाल संरक्षण तंत्र को सुदृढ़ करना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गोपाल मिश्र, जिलाधिकारी, दरभंगा कौशल कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रड्डी जलरड्डी, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जुनेद आलम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव आरती कुमारी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किये।
कार्यक्रम का मंच संचालन प्रधान दंडाधिकारी, किशोर न्याय परिषद, दरभंगा मोहिनी कुमारी द्वारा किया गया।
यूनिसेफ के मास्टर ट्रेनर अजय कुमार झा एवं राकेश कुमार द्वारा विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
उन्होंने किशोर न्याय (बालकों की देख रेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015, बिहार किशोर न्याय नियमावली, 2017, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण(POCSO) अधिनियम, 2012, प्रखंड/पंचायत वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समितियों की भूमिका आदि बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया।
परवरिश योजना एवं बाल संरक्षण से संबंधित अन्य प्रावधान प्रशिक्षण का मुख्य फोकस विधि के विरुद्ध कार्य करने वाले बच्चों एवं देख-रेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के संदर्भ में पुलिस एवं अन्य हितधारकों की भूमिका को स्पष्ट करना।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अपने संबोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस पदाधिकारियों को बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की संवेदनशीलताओं से अवगत कराने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, यदि हम उन्हें सुरक्षित वातावरण एवं उचित संरक्षण प्रदान करेंगे, तो हमारा समाज और अधिक सशक्त एवं उन्नत बनेगा।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था भी इसी दिशा में आवश्यक प्रावधान उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विधि विरुद्ध गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले बच्चों के प्रति संवेदनशील एवं सुधारात्मक दृष्टिकोण अपनाना अनिवार्य है,जिसके लिए आज का प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी है।
कार्यक्रम में सभी हितधारकों के बीच समन्वय, संवेदनशीलता एवं विधिक समझ को बढ़ावा देने के साथ ही बाल संरक्षण संरचनाओं को और प्रभावी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस अवसर पर कई अधिकारी एवं बाल संरक्षण कार्य से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित रहे, जिनमें अनिमेष कुमार, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई धनंजय कुमार, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), दरभंगा, गुंजन कुमारी, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, अजीत कुमार मिश्रा, आदि उपस्थित रहे।
