कार्यक्रम समन्वयक के दिशा- निर्देश में स्थानीय कॉलेज के एनएसएस स्वयंसेवकों ने अपने कार्यक्रम पदाधिकारियों के नेतृत्व में विश्वविद्यालय परिसर में चलाया स्वच्छता अभियान।

सुबह 10 से 11 बजे के बीच एक घंटे के श्रमदान कार्यक्रम में प्रो पीसी मिश्रा, डा चौरसिया, डा कामेश्वर, डा विनोद, प्रो सरोज आदि ने स्वच्छता पर रखें विचार।

#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के राष्ट्रीय सेवा योजना कोषांग के द्वारा महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर “एक दिन, एक घंटा, स्वच्छता ही सेवा” के तहत विश्वविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान आयोजित किया गया, जिसमें सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो पी सी मिश्रा, समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो शाहिद हुसैन, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो उमेश कुमार, इतिहास विभागाध्यक्ष डा नैयर आजम, पूर्व एनएसएस समन्वयक डा आर एन चौरसिया, उपकुलसचिव प्रथम डा कामेश्वर पासवान, एनएसएस समन्वयक डा विनोद बैठा, एमएलएसएम कॉलेज के एनएसएस पदाधिकारी डा सुबोध यादव, डब्ल्यूआईटी की पदाधिकारी डा रश्मि कुमारी, एमआरएम कॉलेज की पदाधिकारी डा शगुफ्ता खानम, मारवाड़ी कॉलेज की पदाधिकारी डा सुनीता कुमारी, के एस कॉलेज के पदाधिकारी डा अमित कुमार सिन्हा, नागेन्द्र झा महिला कॉलेज की पदाधिकारी प्रो सरोज राय, आरबी जालन कॉलेज के पदाधिकारी प्रो शिवनारायण राय, महात्मा गांधी कॉलेज, दरभंगा के पदाधिकारी प्रो अविनाश कुमार, के एस कॉलेज की डा गुंजन कुमारी, एनएसएस के अमित कुमार झा, सुरेन्द्र सिंह, नजरुल होडा तथा अक्षय कुमार झा आदि सहित 100 से अधिक स्वयंसेवक- स्वयंसेविकाएं उपस्थित थे।

सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो पीपी मिश्रा ने अन्य पदाधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर स्वयंसेवकों को स्वच्छता कार्य हेतु विदा करते हुए कहा कि महात्मा गांधी से हमें स्वच्छता की सीख लेकर उसे अपने जीवन में जरूर अपनाना चाहिए। स्वच्छता सबसे बड़ा सेवा कार्य है, जिससे सब लोगों का सदा कल्याण होता है।
एनएसएस के पूर्व समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि स्वच्छता एनएसएस का एक नियमित एवं महत्वपूर्ण कार्य है। स्वच्छ वातावरण से हमारी कार्यक्षमता बढ़ती है तथा राष्ट्र का भी विकास होता है। हमें स्वच्छता की केवल बात ही नहीं करनी चाहिए, बल्कि इसे अपने आचरण में उतरना भी चाहिए। गांधी जी की दिनचर्या से हम स्वच्छता- दर्शन की सीख ले सकते हैं। साफ- सफाई से हमारे झूठे अहंकार भी नष्ट होते हैं। स्वच्छता में ही ईश्वर का वास होता है। उन्होंने कहा कि हम तभी शिक्षित एवं सभ्य कहला सकते हैं, जब हम तन व मन के साथ ही अपने वातावरण को भी स्वच्छ रखेंगे।

उप कुलसचिव प्रथम डा कामेश्वर पासवान ने स्वच्छता अभियान में भाग ले रहे सभी छात्र- छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि युवा जब चाहेंगे, तभी वास्तव में स्वच्छता अभियान सफल होगा। सिर्फ नारे लगाने या कार्यक्रम करने से स्वच्छता नहीं आएगी, बल्कि इसे सर जमीन पर करते हुए आदर्श प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि अभी भी समाज के सभी लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता नहीं आयी है। अतः स्वयंसेवक स्वच्छता के साथ ही जन जागरूकता अभियान भी चलाएं, क्योंकि स्वच्छ समाज निर्माण के लिए हरेक व्यक्ति का पूरा सहयोग अपेक्षित है।

एनएसएस कोऑर्डिनेटर डा विनोद बैठा ने बताया कि गांधी जयन्ती के पावन अवसर पर आज विश्वविद्यालय मुख्यालय के साथ ही सभी महाविद्यालयों में एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। आज विश्वविद्यालय परिसर में स्थानीय महाविद्यालयों के स्वयंसेवकों द्वारा अपने प्रोग्राम अफसरों के नेतृत्व में परिसर की साफ- सफाई की जा रही है। इस स्वच्छता अभियान में काफी संख्या में स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। नागेन्द्र झा महिला कॉलेज की एनएसएस पदाधिकारी प्रो सरोज राय ने कहा कि स्वच्छ वातावरण से ही हमारा जीवन स्वस्थ होगा। हमें अपने घर के तरह ही सभी सामुदायिक स्थलों को भी स्वच्छ रखना चाहिए। महात्मा गांधी के जीवन से हमें स्वच्छता की बेहतरीन सीख मिलती है।

स्वच्छता अभियान में जाते हुए स्वयंसेवकों ने अपने हाथों में झाड़ू, टोकरी आदि लेकर जाते हुए ‘स्वच्छ परिसर- स्वस्थ परिसर’, ‘स्वच्छ रहें- स्वस्थ रहें’, ‘क्लीन दरभंगा- ग्रीन दरभंगा’, तथा ‘स्वच्छ भारत- स्वस्थ भारत’ आदि प्रेरक नारे लगाते हुए स्वच्छता जागरूकता अभियान भी चलाया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने विश्वविद्यालय स्थित विभिन्न पार्कों, सड़कों तथा महापुरुषों की मूर्ति- परिसर आदि की विशेष साफ- सफाई की।