#MNN@24X7 दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में अभिषद् की बैठक संपन्न हुई जिसमें दैनिक कर्मियों के वेतन भुगतान, पद्मभूषण स्वर्गीय शारदा सिन्हा चेयर की स्थापना और खेल निदेशालय व डब्लूआईटी निदेशक की सेवा अवधि एवं पारिश्रमिक पर विचार किया गया।
शुक्रवार को कुलपति के आवासीय कार्यालय के सभाकक्ष में अभिषद् – सदस्यों के समक्ष समिति के सचिव व विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ अजय कुमार पंडित ने कार्यसूची को क्रमवार विचार हेतु रखा। कई दिनों से विश्वविद्यालय में हड़ताल पर बैठे दैनिक कर्मियों की समस्या पर विचार करते हुए उनके लंबित भुगतान एवं सेवा संबद्ध संचिका के निपटान हेतु आश्वाशन देते हुए कुलपति प्रो चौधरी ने तीन- सदस्यों की टीम गठित कर पूरे मामले का अध्ययन करके जल्द से जल्द रिपोर्ट देने की बात की। अभिषद सदस्यों से इस मुद्दे पर गहन विचार करते हुए कुलपति ने यह फैसला लिया।
विश्वविद्यालय के संगीत एवं नाट्य विभाग में पद्मभूषण स्वर्गीय शारदा सिन्हा चेयर की स्थापना का अनुमोदन सर्वसम्मति से पारित हुआ।
विश्वविद्यालय खेल निदेशालय और डब्लूआईटी निदेशक के कार्यकाल को अधिकतम 11 माह और 65,000/- रुपए के प्रतिमाह मानदेय पर नियुक्ति करने की सहमति बनी ।इसके साथ ही यदि दोनों स्व- पोषित संस्थानों में यदि एक ही व्यक्ति सेवा दे ,तो ऐसी स्थिति में अतिरिक्त 5,000/- रुपए का मानदेय देय होगा।
इसके अलावा निदेशक के पद हेतु अधिकतम योग्यता आदि पर भी विचार किया गया। इन मुद्दों के अलावा जे. के. कॉलेज, बिरौल के वानिज्य विभाग के डॉ राम लोचन मिश्र की नियुक्ति संबंधित संचिका को विचाराधीन रखते हुए राज्य सरकार से निर्देश लेते हुए संचिका तैयार करने की संस्तुति की गई। 6 वर्ष 07 महीना 02 दिन से चिकित्सा अवकाश पर रह रहे एम. के. कॉलेज, लहेरियासराय के निम्न वर्गीय लिपिक अविनाश कुमार सिंह की अवैतनिक अवकाश की स्वीकृति को नियम- परिनियम में नहीं आने के कारण रद्द किया गया। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग, पटना के अनुशंसा के आलोक में विश्वविद्यालय द्वारा भूगोल विषय में स्वीकृत रिक्त पदों पर सहायक प्राचार्य के पद पर की गई नियुक्ति को अभिषद द्वारा स्वीकृत किया गया।
साथ ही सीएमजे कॉलेज, दोनवारी हाट खुटौना, मधुबनी के अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राचार्य डॉ धीरेंद्र कुमार के त्यागपत्र को स्वीकृत किया गया। सामान्य प्रशासन विभाग, पटना की 13 अक्तूबर 2023 के आलोक में छूटे हुए कर्मियों के उच्चतर पद का प्रभार दिए जाने पर अभिषद द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया।
अंत में वर्ष 2015 में आयोजित लिखित परीक्षा के आधार पर शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की प्रोन्नति के मामले में माननीय उच्च न्यायालय, पटना द्वारा आठ शिक्षकेत्तर कर्मियों को दिए जाने वाली प्रोमोशन का संज्ञान लेते हुए अभिषद की अगली बैठक में समीक्षा के उपरांत पटल पर रखने की चर्चा हुई। इस बीच सभी संबंधित कर्मियों के कोर्ट स्पीकिंग ऑर्डर उपलब्ध कराने और ऐसे अन्य छूटे हुए कर्मियों की समीक्षा चार्ट बनाकर अगली आगामी बैठक में उपस्थित करने पर सहमति बनी।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-2026 के आय व्ययक पर 20 जनवरी को होने वाली बैठक में उपस्थापित करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में अभिषद सदस्य डॉ बैद्यनाथ चौधरी, प्रो अजय नाथ झा, प्रो शाहिद हसन, डॉ नौशाद आलम, डॉ दिलीप कुमार चौधरी, डॉ फैयाज़ अहमद, श्री सुजीत पासवान, श्री लक्ष्मेश्वर राय , डॉ अमर कुमार, वित्त परामर्शी इंद्र कुमार और अभिषद् सचिव डॉ अजय कुमार पंडित उपस्थित थे।