#MNN24X7 दरभंगा, 04 अक्टूबर जिला योजना पदाधिकारी शक्ति रंजन ने बताया कि आज नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से युवा संवाद तथा बिहार के शिक्षा एवं कौशल विकास से जुड़ी युवा केन्द्रित योजनाओं के शुभारंभ/उद्घाटन/शिलान्यास/लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री ने बिहार सरकार एवं मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी द्वारा राज्य के युवाओं के लिये किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आज युवाओं के कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण हेतु देशभर एवं बिहार के लिए 11 कार्यक्रम एवं योजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया है। बिहार में युवा आयोग तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना तथा एन.आई.टी., पटना के बिहटा कैंपस का लोकार्पण शामिल है। साथ ही बिहार के युवाओं को नौकरी का नियुक्ति पत्र एवं 25 लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू से ही बिहार में युवाओं की शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में लगातार कार्य किया जाता रहा है।
जिला योजना पदाधिकारी ने कहा कि सुशासन के कार्यक्रम 2015-20 एवं राज्य सरकार के 7 निश्चय में से एक “आर्थिक हल, यवाओं को बल’ के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 से मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का कार्यान्वयन कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस योजना का शुभारंभ 02.10.2016 से किया गया। इस योजना के तहत बिहार राज्य के 20 से 25 वर्ष आयु वर्ग के 12वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण बेरोजगार युवक/युवतियाँ, जो आगे की पढ़ाई नहीं किए हों और ना ही कर रहें हों, को रोजगार तलाशने के दौरान सहायता के तौर पर प्रत्येक माह 1,000/- (एक हजार) रूपये की दर से स्वंय सहायता भत्ता अधिकतम 2 वर्षों तक दिया जाता है।
राज्य सरकार द्वारा सात निश्चय-2 कार्यक्रम में भी इस योजना को जारी रखते हुए वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक विस्तारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम अन्तर्गत पूर्व से संचालित “मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के लाभुकों के शैक्षणिक योग्यता में स्नातक (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से) उत्तीर्ण को भी शामिल किये जाने का निर्णय लिया गया हैं।
उन्होंने कहा कि अब उक्त योजना के तहत 20-25 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले वैसे युवक/युवतियाँ जो राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालयों/संस्थानों से स्नातक (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से) उत्तीर्ण हों, एवं स्वरोजगार/सरकारी/निजी/गैर सरकारी नियोजन (अनुबंध/स्थायी/ अस्थायी रूप से) प्राप्त नहीं किये हैं, कहीं अध्ययनरत नहीं हैं तथा रोजगार की तलाश कर रहे हैं, को भी 1,000/- (एक हजार) रूपये प्रतिमाह की दर से अधिकतम 02 वर्षों तक इस योजना का लाभ देय होगा।
इस योजना के तहत स्नातक उत्तीर्ण युवक/युवतियों जो स्वयं सहायता भत्ता की राशि प्राप्त करेंगे उनको रोजगार/ स्वरोजगार के लिए क्षमतावर्धन हेतु श्रम संसाधन विभाग, बिहार द्वारा निःशुल्क कौशल विकास से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत राज्य भर में प्रतिवर्ष पाँच लाख लाभार्थीयों को स्वयं सहायता भत्ता का लाभ देने का लक्ष्य है, जिसपर कुल अनुमानित व्यय 600.00 (छः सौ) करोड़ रूपये प्रतिवर्ष है।
उक्त आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में दरभंगा जिला से उप विकास आयुक्त स्वप्निल, जिला योजना पदाधिकारी शक्ति रंजन, जिला प्रबंधक (डी.आर.सी.सी) विकास कुमार सहित महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं शामिल हुए।