छात्र अनुपात में शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के पदों का सृजन किया जाए- डॉ घनश्याम राय।
नये फारमेट के अनुसार तृतीय श्रेणी की रिक्तियों को भरकर विभाग को समर्पित करें- उप निदेशक।
#MNN@24X7 पुर्णिया, बिहार सरकार के उच्च शिक्षा निदेशालय की निदेशक प्रोफेसर रेखा कुमारी की अध्यक्षता में मंगलवार को पटना के विकास भवन स्थित कार्यालय में बिहार के सभी परम्परागत विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में विश्वविद्यालय एवं उसके अंतर्गत संचालित अंगीभूत महाविद्यालयों में निम्न वर्गीय लिपिक, उच्च वर्गीय लिपिक, सहायक, प्रयोगशाला कर्मी, पुस्तकालयों में वर्ग 3 के कर्मियों यथा सहायक पुस्तकाध्यक्ष, पुस्तकालय सहायक आदि के सृजित पद एवं उसके विरूद्ध उपलब्ध रिक्ति संबंधी प्रतिवेदन (हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी) के साथ उपस्थित होना था। बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि अधिकांश विश्वविद्यालयों ने अपने-अपने महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की रिक्तियों का विवरण विभाग द्वारा बनाये गये पोर्टल https://serorg.net/edu-hrms पर अपलोड नहीं कर सके। एक या दो विश्वविद्यालयों ने निर्देशानुसार इसे पोर्टल पर अपलोड कर दिया है। लेकिन अधिकांश विश्वविद्यालयों ने फिर से आईडी पासवर्ड देने का अनुरोध किया। विभाग ने पुन: आईडी पासवर्ड तत्काल उपलब्ध करा दिया।
पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय ने सुझाव देते हुए कहा कि विभाग अपने स्तर से वर्तमान समय के अनुसार सभी विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों में एक साथ शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के पद स्वीकृत करें। उन्होंने कहा कि आजादी के समय से लेकर अब तक जितने पद सृजित और स्वीकृत किए गए हैं। वे सब वर्तमान समय के अनुकूल बहुत कम हैं। पहले छात्रों की संख्या के आधार पर पद सृजित किया जाता था। आज के समय में छात्रों की संख्या दस गुना बढ़ गई है। अतः विद्यार्थियों की संख्या एवं सकल नामांकन अनुपात में वृद्धि हेतु विभाग समसामयिक निर्णय लेकर समयबद्ध पद सृजित कर नियुक्ति करे।
उप निदेशक दीपक कुमार सिंह और अजीत सिंह ने नये फारमेट के आधार पर तृतीय वर्ग के रिक्त पदों को बिन्दुवार दर्शाते हुए पोर्टल पर अपलोड कर हार्ड कॉपी विभाग को समर्पित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि अबतक विश्वविद्यालय स्वीकृत पदों की साक्ष्य के साथ प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं कर रहा है, जिसके कारण विभाग द्वारा तृतीय श्रेणी की रिक्तियों का मूल्यांकन नहीं कर पा रहा है। इसलिए उन्होंने फारमेट जारी करते हुए निदेश दिया कि इसतरह फारमेट भरकर हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी अगली बैठक में प्रस्तुत करें। बैठक में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से डॉ कामेश्वर पासवान, बीएनमंडल विश्वविद्यालय से प्रोफेसर मिहिर ठाकुर,बीआरएबीयु से प्रोफेसर आर.बी.ठाकुर, पूर्णिया विश्वविद्यालय से डॉ घनश्याम राय आदि उपस्थित थे।