#MNN@24X7 प्रशांत किशोर ने बिहार में शराबबंदी का विरोध करते हुए कहा कि हम शराबंदी के विरोध में पहले दिन से हैं। दुनिया में किसी भी देश या भारत के किसी भी विकसित राज्य में ऐसा प्रमाण नहीं है कि शराबबंदी के ज़रिए आप सामाजिक आर्थिक तरक्की कर सकते हैं। दूसरा की कोई भी व्यक्ति मुझे बता दे कि गांधी जी ने कहीं भी ये कहा हो की सरकारों को शराबबंदी लागू करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि ये तो वही तर्क हो गया कि गांधी जी ने कहा हो कि शाकाहारी होना अच्छी बात है, और उसके बदले में सरकार ने मांस का सेवन नहीं करने का कानून बना दिया हो। नीतीश कुमार को गांधी जी का आधा-अधूरा ज्ञान है, इसलिए वे उन्हें हथियार बनाकर शराबबंदी लागू कर रहे हैं। बिहार में शराब की होम डिलीवरी आराम से हो रही है, शराबबंदी होने से राजस्व का बड़ा नुक़सान राज्य को हो रहा है।