अधिकारी-कर्मी मस्त-भीषण गर्मी में बिजली के लिए जनता त्रस्त -सुरेंद्र प्रसाद सिंह।
सबसे अधिक महंगी विधुत वाले राज्य बिहार में विधुत अनापूर्ति से लोग परेशान-माले।
स्टोर में आवश्यक विधुत सामग्री तक उपलब्ध नहीं, हो जांच एवं कारवाई- संघर्ष मोर्चा।
सिर्फ पैसा वसूली वाला विभाग बनकर रह गया है विधुत विभाग, जन सुविधाओं से कोई वास्ता नहीं-माले।
#MNN24X7 समस्तीपुर, 12 जून जाड़े में बिजली आपूर्ति बंद होने का कारण विभाग पीक आवर के लिए मेंटेनेंस कार्य का होना बताते नहीं थकती थी फिर भीषण गर्मी अर्थात पीक आवर में बिजली आपूर्ति क्यों लड़खड़ाया हुआ है। लोग बिजली के लिए क्यों तरस रहे हैं? बिजली के आभाव में लोगों को रतजगा क्यों करना पड़ रहा है? इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा? हैंडल, एवी स्वीच, ट्रांसफार्मर बुश, बुश राॅड, एमसीबी, फ्यूज, नंगा तार आदि बदलकर ग्रीड में उपलब्ध बिजली घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
ये बातें भाकपा माले एवं विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा के तीन सदस्यीय विधुत आपूर्ति जांच कमिटी के नेतृत्वकर्ता सह विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा के संयोजक सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि एक भी ट्रांसफार्मर का पैनल, एमसीबी, हैंडल, एवी स्वीच, बुश, बुश राॅड, अर्थिंग आदि दुरुस्त नहीं है। इस वजह से उपर से मिल रही बिजली भी उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पाती है। अगर बिजली मिलती भी है तो कहीं लो वोल्टेज तो कहीं हाई वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। जम्पर उड़ना, फ्यूज उड़ना, तार गलना, बुश से धुंआ निकलना जैसी समस्या हरेक जगह बनी हुई है। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक विभागीय मिस्त्री ने बताया कि स्टोर में तांबे की तार, बुश राॅड, हैंडल, स्वीच, एमसीबी, पैनल आदि उपलब्ध नहीं है।
भाकपा माले नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के नाम पर सबसे महंगी बिजली है। जाड़े में विधुत अनापूर्ति पर सवाल पूछने पर विभाग द्वारा पीक आवर अर्थात गर्मी के समय के लिए मेंटेनेंस कार्य का बहाना बनाया जाता था। अब पीक आवर में बिजली क्यों नहीं मिलती है, विभाग को बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि निजी हाथों में विधुत को सौंपने के समय विभाग दावा कर रही थी कि वह विधुत इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर 24 घंटे बिजली आपूर्ति की गारंटी करेगी फिर करीब 15 घंटे भी निर्बाध विधुत आपूर्ति क्यों नहीं किया जा रहा है। उन्होंने तमाम गड़बड़ियों को दुरुस्त कर मसलन ओवरलोड घटाने को लेकर अतिरिक्त पोल, ट्रांसफार्मर लगाने, सभी नंगे तार को बदलकर कवर्ड वायर लगाने की व्यवस्था कर 24 घंटे बिजली आपूर्ति की गारंटी नहीं किये जाने पर संपूर्ण जिले में विधुत उपभोक्ताओं द्वारा आंदोलन चलाने की चेतावनी दी।