रांची।झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारों के समर्थन पर निर्णय नहीं ले पाई है।झामुमो मुखिया शिबू सोरेन की अध्यक्षता में शनिवार को तीन घंटे बैठक चली,लेकिन निर्णय नहीं हो पाया।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मुद्दे पर 27 जून को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे और इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे।मुलाकात के निष्कर्ष से गुरुजी को अवगत कराया जाएगा।जरूरत पड़ी तो पार्टी की बैठक होगी।इसके बाद समर्थन की घोषणा होगा।अंतिम फैसले के लिए झामुमो मुखिया शिबू सोरेन को अधिकृत किया गया है।शनिवार को हुई बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता,सांसद और विधायक मौजूद रहे।
झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अभी राष्ट्रपति चुनाव में समय है।महाराष्ट्र सहित देश के सियासी हालात के बीच राष्ट्रपति चुनाव हो रहा है।इस पर गंभीरता से विचार के बाद फैसला होगा।उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी हैं।आजादी के 75 वर्ष बाद आदिवासी राष्ट्रपति पद की उम्मीवार बनी हैं।गुरुजी भी आदिवासी समाज के सर्वमान्य नेता हैं।झामुमो धैर्यपूर्वक निर्णय लेगा।
आपको बता दें कि एनडीए के ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा मुखिया शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर समर्थन की अपील की।कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी हेमंत सोरेन से बात कर यशवंत सिन्हा को समर्थन देने के लिए अपील की है।यशवंत सिन्हा ने खुद दोनों नेताओं से व्यक्तिगत तौर पर बात कर चुनाव में समर्थन देने की अपील की। झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति की सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने इसकी पुष्टि की है।
आपको बता दें कि द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी,एनसीपी मुखिया शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी संपर्क किया था।झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई विधायक राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का व्यक्तिगत तौर पर समर्थन कर रहे हैं।हालांकि इनका कहना है कि वो पार्टी के निर्णय के साथ रहेंगे।
26 Jun 2022