स्थापना दिवस पर एआईएसएफ के कार्यकर्ता ने किया झंडोतोलन
दरभंगा-13 अगस्त 2022, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) के 87 वां स्थापना दिवस के अवसर पर संगठन के कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यालय लालबाग में झंडातोलन कर जयंती मनाया। झंडातोलन संगठन के जिला अध्यक्ष शशिरंजन ने किया। वहीं मौके पर संगठन के जिला सचिव शरद कुमार सिंह ने बताया कि 12-13 अगस्त 1936 ईस्वी को सर गंगा राम मेमोरियल हॉल लखनऊ में देश के कोने-कोने से आऐ छात्र प्रतिनिधियों का सम्मेलन आयोजित कर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन का स्थापना किया गया।
इसी संगठन का हिंदी नाम अखिल भारतीय छात्र संघ है। संगठन की स्थापना आजादी आंदोलन में छात्र-नौजवानों की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु किया गया था। संगठन के कई कार्यकर्ताओं ने आजादी के आंदोलन में अपना बलिदान दिया। वही सैकड़ों संगठन के सदस्य कारावास व काला पानी की सजा काटे। तदुपरांत देश आजाद हुआ। देश के आजादी के बाद राष्ट्रपति हो या चपरासी की संतान सबको शिक्षा एक समान के नारों के साथ शांति, प्रगति और वैज्ञानिक समाजवाद के विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए संगठन देश के अंदर छात्र के हक अधिकार के लिए आज भी संघर्षरत है।
आजादी के उपरांत भी अपने संघर्ष के बल पर संगठन ने छात्र हितों में कई बड़े-बड़े कार्य किए हैं। यही कारण है कि संगठन के कार्यकर्ता होने पर सभी अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं। मौजूदा फासीवादी सत्ता के खिलाफ संगठन को और मजबूत करना होगा। वहीं छात्र-नौजवानों के हक-हकूक के लिए संगठन से आम छात्रों को जुड़कर इसे और मजबूत करना होगा। देश की आजादी के लिए लहू बहाने का गौरव छात्र संगठन में सिर्फ एआईएसएफ को प्राप्त है। यही वजह है कि आज स्थापना के 86 वर्ष बीत जाने के बाद भी श्रद्धा और सम्मान के साथ छात्र एआईएसएफ का सदस्य बनते हैं। एआईएसएफ के 86 वर्षों के संघर्ष और कुर्बानियों का इतिहास बेमिसाल है। पटना सचिवालय के आगे बने सात शहीद स्मारक के चार शहीद एआईएसएफ के सदस्य थे। ये गौरवशाली इतिहास किसी दूसरे छात्र संगठन के पास नहीं है।
मौके पर संगठन के प्रसनजीत प्रभाकर, प्रशांत कुमार ठाकुर, प्रभाकर कुमार, मनीष कुमार, सुजीत पासवान, जितेन्द्र कुमार, निलेश कुमार चौधरी, विजय कुमार यादव, अभिषेक कुमार, शंकर यादव सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।