प्रयागराज।उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना ने रौद्र रूप धारण कर लिया हैं।गंगा और यमुना ने जमकर तबाही मचाई है।दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।दर्जनों गांवों और कछार के मोहल्लों में बाढ़ का पानी भर गया है।अभी तक हजारों लोग अपने घर से बेघर हो चुके हैं और अपने सामान को छोड़कर प्रशासन के बाढ़ राहत शिविर में शरण लिए हैं। लगभग 6 हजार लोग बाढ़ राहत शिविर में पहुंच चुके हैं।एनडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत में जुटी हुई हैं।

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स्वास्थ्य विभाग भी कमर कसकर लोगों की मदद कर रहा है, लेकिन इसके बाद भी लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। गंगा और यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है। अधिकारियों के मुताबिक जिस तरह से मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, अभी 2 दिन और गंगा और यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी की उम्मीद है।इसके बाद भी लगभग एक सप्ताह तक इसी तरह जलस्तर बने रहने की उम्मीद है।जिसको देखते हुए प्रशासन ने तैयारी की है।

जौँ अहाँ अपन इतिहास के बिसरब, तखन इतिहासो अहाँ के बिसरि जायत।


एनडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर रही हैं।छोटा बघाड़ा इलाके में गलियों और मोहल्लों में बाढ़ का पानी भर गया है।जिस सड़कों पर गाड़ियां फर्राटा भरती थी, वहां अब नाव दौड़ रही हैं।अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाढ़ की भयावहता कितनी ज्यादा है और लोगों के सामने किस तरह की मुसीबतें खड़ी हो गई है।