मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह ने डॉ आशीष बरियार लिखित ‘कांस्टीट्यूशन मेड ईजी’ पुस्तक का किया विमोचन।
पुस्तक अध्ययन से ज्ञात होता है कि लेखक ने काफी परिश्रम कर भारतीय संविधान को सभी छात्रों के लिए बनाया उपयोगी- कुलपति।
सामान्य छात्रों के साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए सरल व सुबोध अंग्रेजी भाषा में लिखित है यह पुस्तक- डा आशीष बरियार।
MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने सी एम कॉलेज, दरभंगा के राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डा आशीष कुमार बरियार लिखित “कॉन्स्टिट्यूशन मेड ईजी” नामक पुस्तक का विमोचन किया। अपने संबोधन में कुलपति ने कहा कि पुस्तक अध्ययन से ज्ञात होता है कि लेखक ने काफी परिश्रम कर भारतीय संविधान से संबंधित सामान्य स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्र- छात्राओं के साथ ही प्रतियोगिता परीक्षाओं को भी दृष्टिकोण में रखकर लिखा है। पुस्तक की तारीफ करते हुए कुलपति ने लेखक को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि पुस्तक पॉइंट वाइज ऑब्जेक्टिव ढंग से लिखी गई है जो अध्ययनरत छात्रों के साथ ही प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिए भी काफी लाभदायक सिद्ध होगी।
कुलपति कार्यालय में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद, डॉ अवनि रंजन सिंह, आलोक रंजन व अमृत कुमार झा आदि उपस्थित थे।
कुलसचिव प्रोफ़ेसर मुश्ताक अहमद ने पुस्तक एवं उसके लेखक की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय संविधान को इस पुस्तक में बहुत ही रोचक एवं सरलतम ढंग से लिखा गया है, ताकि छात्रों को समझने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो सके। पुस्तक के लेखक डा आशीष कुमार बरियार ने कहा कि उक्त पुस्तक में संविधान के निर्माण, उसके सभी भागों एवं संशोधनों का अद्यतन अपडेट और डायग्राम के साथ ही जटिल अवधारणाओं को भी सरल शब्दों में समझाने का सार्थक प्रयास किया गया है। पुस्तक में 47 अध्याय हैं,जिसमें अद्यतन सभी संशोधनों, न्यायालयों की व्यवस्थाएं भी शामिल हैं तथा इसे यूपीएससी एवं बीपीएससी आदि परीक्षाओं को भी ध्यान में रखकर लिखा गया है। इसमें वस्तुनिष्ठ बिन्दुओं के साथ सभी प्रासंगिक एवं अपडेटेड कोर्ट जजमेंट को जोड़ा गया है एवं इसके साथ ही इसे सरलता से समझने वाले भाषा में लिखा गया है।डा आशीष ने बताया कि यह किताब ऑनलाइन भी उपलब्ध है, जबकि इच्छुक व्यक्ति 93349 64839 पर संपर्क कर मंगवा सकते हैं।
ज्ञातव्य है कि नालंदा जिला के बिहारशरीफ के मूल निवासी डा बरियार ने 15 वर्षों तक प्रशासनिक सेवा में रहते हुए बेतिया, बिहार के प्रशासनिक पद को छोड़कर सी एम कॉलेज, दरभंगा में राजनीति विज्ञान के सहायक प्राध्यापक के रूप में 2019 में योगदान किया था। उनके पिता डा शशि भूषण प्रसाद सिन्हा बिहार विद्युत बोर्ड, पटना के निदेशक तथा माता डा पूर्णिमा सिन्हा डॉक्टर हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह किताब सभी तरह के छात्र- छात्राओं के साथ ही शिक्षकों के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगी।
पुस्तक लेखन पर डा आशीष को बधाई देने वालों में प्रो मुनेश्वर यादव, डा जयकुमार झा, डा घनश्याम महतो, डा आर एन चौरसिया, आलोक रंजन, डा मुकुल बिहारी वर्मा, दिवाकर सिंह, अमृत कुमार झा, डा राफिया काजिम, डा ललित शर्मा, डा मीनाक्षी राणा, दिव्या झा, डा रीता दुबे, संजीव कुमार, मन्टून कुमार यादव, पूजा कुमारी, डा सुधांशु कुमार, डा रूपेन्द्र झा तथा डा मयंक श्रीवास्तव आदि के नाम शामिल हैं।