विश्वविद्यालय- कुलपति के निर्देशानुसार ननौरा गांव में चलाया जाएगा समग्र टी वी उन्मूलन जागरूकता अभियान।
सम्पर्क टीम के 4 सदस्यों ने विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिकों से किया सीधा संपर्क।
#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से विश्वविद्यालय एनएसएस कोषांग द्वारा दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यक बाहुल्य गोद लिए गए केवटी प्रखंड के गांव ननौरा में एनएसएस समन्वयक डा विनोद बैठा के संयोजकत्व में 4 सदस्यीय शिक्षक- पदाधिकारियों की टीम ने वहां के विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक जनों से सीधा संपर्क कर विश्वविद्यालय द्वारा गांव में संचालित होने वाले विविध कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
विशेष रूप से कुलपति के निर्देशानुसार टीबी उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम के साथ ही स्वयंसेवकों द्वारा घर- घर जाकर सर्वेक्षण कर टीबी ग्रस्त व्यक्तियों का पता लगाया जाएगा। यदि टीबी के कोई मरीज गांव में मिलते हैं तो उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध सभी सुविधाओं के साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा उनका समुचित इलाज करवाया जाएगा।
सदस्यों ने नरौरा गांव में एनएसएस द्वारा किए जाने वाले सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की। टीम में एनएसएस समन्वयक डा विनोद बैठा, एनएसएस के पूर्व विश्वविद्यालय समन्वयक डा आर एन चौरसिया, आरबीजे बेला कॉलेज, दरभंगा के एनएसएस पदाधिकारी प्रो शिव नारायण राय तथा महात्मा गांधी महाविद्यालय, दरभंगा के एनएसएस पदाधिकारी प्रो अविनाश कुमार के नाम शामिल हैं।
सर्वप्रथम टीम मध्य विद्यालय, ननौरा में जाकर वहां के प्रधानाध्यापक मोहन दास, शिक्षक- शिवांगी, जुली कुमारी, उषा कुमारी, वंदिता कुमारी, नूतन कुमारी, जयमाला कुमारी, मो आफाक अहमद, मो मंजर आलम सहित केवटी प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी रामेश्वर द्विवेदी तथा पिण्डारूच के पंचायत समिति सदस्य सीताकांत झा आदि से व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया।
सदस्यों ने मध्य विद्यालय, ननौरा की आठवीं कक्षा की छात्रा पल्लवी कुमारी द्वारा हाल ही में जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान तथा वाद-विवाद में द्वितीय स्थान प्राप्त करने के लिए बधाई एवं शुभकामना देते हुए उसका हौसलाअफजाई किया। तत्पश्चात गांव के विभिन्न टोलों से होते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक राम उदार यादव, कृषक व सामाजिक रामचन्द्र यादव, वार्ड प्रतिनिधि सुनील कुमार महतो तथा संदीप विश्वविद्यालय, मधुबनी में शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक पंकज कुमार आदि से भेंट करते हुए मुसहरी टोल गई।
जहां के अनुसूचित जाति समुदाय के विभिन्न लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से अवगत हुई तथा एनएसएस द्वारा किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। इसी क्रम में टीम सरस्वती वासुदेव संस्कृत प्राथमिक सह मध्य विद्यालय, ननौरा, वार्ड नंबर- 12 जाकर प्रधानाध्यापिका सूरज कला देवी, शिक्षक- आशुतोष कुमार तथा जय नारायण राय आदि से बातचीत की।
शिक्षक आशुतोष कुमार ने बताया कि विद्यालय में मात्र 3 शिक्षक तथा 3 कमरे हैं, जबकि पढ़ाई आठवीं तक होती है। एक 1 वर्ग में 2- 3 वर्ग के छात्र- छात्राएं बैठते हैं। यहां मकान और शिक्षकों की भारी कमी है तथा बाढ़ की समस्या भी रहती है। टीम के सदस्यों ने ग्रामीणों तथा विद्यालयों के शिक्षकों को आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय अपनी ओर से विभिन्न तरह के स्वच्छता, स्वास्थ्य व पर्यावरण जागरूकता के साथ ही शिक्षा संबंधी कार्यक्रम आयोजित करेगी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विधायक, एम पी के साथ ही ब्लॉक एवं जिला स्तर के पदाधिकारियों के सहयोग से गांव के सड़कों, स्कूलों तथा सार्वजनिक स्थलों व तालाबों आदि के विकास करने में भरपूर सहयोग करेगी।
ग्रामीणों ने भी अपनी ओर से भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया तथा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा ननौरा को गोद लिए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कुलसचिव के प्रति आभार व्यक्त किया।