ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफ़ेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देश के आलोक में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम “पेंशनधारियों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम” प्रारंभ हुआ। एक साथ कुलपति, वित्तीय परामर्शी, कुलसचिव, सहायक कुलसचिव प्रथम एवं द्वितीय, पेंशन पदाधिकारी के साथ ही पेंशन शाखा के कर्मियों ने सभी लंबित पेंशन संबंधी संचिकाओं का निष्पादन किया। आज कुल 55 पेंशनधारियों के लंबित पेंशन निर्धारित किए गए।
ज्ञातव्य हो कि विश्वविद्यालय द्वारा यह प्रथा प्रारंभ की गई है कि सेवानिवृत्ति शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों द्वारा पेंशन हेतु आवेदन को स्वीकार करते समय ही किसी भी प्रकार की कमियों को पूर्ण होने के बाद ही पेंशन की संचिका प्रारंभ होगी और प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को पेंशन निर्धारण के लिए विशेष बैठक होगी।
इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर एस पी सिंह ने कहा कि पेंशनधारियों को ससमय पेंशन मिले और यदि पारिवारिक पेंशन का कोई मामला हो तो उसका त्वरित गति से निष्पादन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में कार्य संस्कृति का बदलाव आवश्यक है। छात्रों, कर्मचारियों तथा सेवानिवृत कर्मियों की समस्याओं के लिए सभी पदाधिकारियों एवं उनके सहयोगियों को संवेदनशील होना आवश्यक है।
वित्तीय परामर्शी कैलाश राम ने कहा कि पेंशन निर्धारण में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा रहा है। उन्होंने अवकाश प्राप्त करने वाले कर्मियों से आग्रह किया कि वे पेंशन निर्धारण हेतु आवश्यक कागजात समय पर विश्वविद्यालय में जमा करें।
कुलसचिव प्रोफ़ेसर मुश्ताक अहमद ने कहा कि बहुत से ऐसे कर्मी हैं, जिनका छठे वेतन में पीभीसी नहीं आया है और सातवां भी लंबित है, ऐसे कर्मियों के लिए भी औपबंधिक पेंशन ससमय निर्धारित करने हेतु अधिसूचना जारी की जा चुकी है।