#MNN@24X7 रांची। झारखंड के साहिबगंज जिले के रुबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को मेडिकल जांच के बाद सोमवार की देर शाम न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।वहीं दिलदार अंसारी का मामा मोइनुल अंसारी फरार है।
पुलिस अब तक रुबिका का सिर बरामद नहीं कर पायी है। पुलिस अभी तक हत्या का कारण तक नहीं बता पा रही है। बरामद धारदार हथियार का प्रयोग हत्या में हुआ या नहीं, पुलिस इसकी भी पुष्टि नहीं कर रही है।
इधर पुलिस ने रुबिका पहाड़िन के क्षत-विक्षत 18 अंगों को दुमका मेिडकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद फॉरेंसिक जांच के लिए राजधानी रांची के रिम्स लाया गया।इधर सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने बताया कि पुलिस अनुसंधान कर रही है।मामले में कई और अप्राथमिकी अभियुक्त शामिल हो सकते हैं।
इनको भेजा गया जेल।
दिलदार अंसारी, मेइनुल हक, मो महताब अंसारी, जरीना खातून (पति मेइनुल अंसारी), सरेजा खातून (पति दिलदार अंसारी), गुलेरा खातून (पति रहमान अंसारी), आमिर हुसैन (पिता मुस्तकिम अंसारी), मुस्तकिम अंसारी, मरियम निशा (पति मुस्तकिम अंसारी), सहरबानो खातून (पति मेइनुल हक मोमिन)
रुबिका की थी दूसरी शादी, पांच साल की बच्ची भी है।
रुबिका की एक पांच वर्ष की बेटी रिया है। रुबिका बहन शीला पहाड़िन ने बताया कि हत्या के बाद से ही उसकी मासूम बेटी बार-बार अपनी मां से मिलना चाह रही है।उसने बताया कि रुबिका की छह साल पहले बोरियो के बिन्दरी बंदरकोला निवासी राजीव मालतो से शादी हुई थी।शादी के एक साल बाद रिया का जन्म हुआ।कुछ दिन बाद ही दोनों अलग रहने लगे।इसी दौरान बोरियो हाट आने-जाने के क्रम में दिलदार व रुबिका के बीच प्यार हुआ।इसके बाद दिलदार रुबिका को लेकर बेंगलुरु लेकर चला गया।वहां से लौटने के बाद दोनों एक साथ रहने लगे थे।
बोरियो में भाजपा ने निकाला विरोध मार्च।
रुबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में सभी आरोपी को फांसी देने की मांग पर सोमवार को भाजपा ने बोरियो डाकबंगला परिसर से प्रखंड परिसर तक जनआक्रोश रैली निकाली।रैली का नेतृत्व बोरियो मंडल अध्यक्ष शिवशंकर पंडित ने किया। रैली में भाजपा की पूर्व मंत्री डॉ लुइस मरांडी भी शामिल हुईं। डॉ मरांडी ने कहा कि सभी दोषियों को झारखंड सरकार स्पीडी ट्रायल के मध्यम से फांसी की सजा दिलाये। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान करे व दोषियों पर कार्रवाई होने तक प्रशासन पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करे।
(सौ स्वराज सवेरा)