*● आज हमारी बेटियां विश्वविद्यालय तक न केवल पहुंच रही है बल्कि अधिकांश विभाग की टॉपर बन रही हैं:- प्रो० डॉली सिन्हा, प्रति कुलपति*

*● आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां बेटियां अपना परचम नहीं लहरा रही हैं:- प्रो० मुश्ताक अहमद, कुलसचिव*

*● मिथिला विश्वविद्यालय के शोधार्थियों व छात्राओं का आत्मविश्वास यह साबित कर रहा है कि हमारी छात्राएं भी अब किसी से कम नहीं:- डॉ० सोनी सिंह, विधि अधिकारी*

*● इस प्रकार के कार्यक्रम से हमारे छात्राओं में आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है:- डॉ० पुनीता झा, इंग्लिश शिक्षिका*

*● विश्वविद्यालय प्रशासन आपलोगों के सर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्ध व सदैव तत्पर है:- डॉ० दिव्या रानी हंसदा, विभागाध्यक्ष*

*लनामिवि दरभंगा:- आज दिनांक 12 मार्च 2022 को विश्वविद्यालय गृह विज्ञान विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह का समापन समारोह विभागाध्यक्ष डॉ० दिव्या रानी हंसदा के अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस दौरान विभागीय शिक्षिका डॉ० प्रगति द्वारा लिखी गयी दो पुस्तकों:- टूवार्डस इक्वलिटी: मल्टीडीसीप्लीनरी पर्सपेक्टिव्स आँन वीमेंस एम्पावरमेंट व दूसरा पुस्तक बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट बी क्रियेटिव एवरी डे” का विमोचन अतिथियों के द्वारा किया गया।*
*बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रो० डॉली सिन्हा ने कही कि समय दर समय गृह विज्ञान विभाग, छात्राओं व शोधार्थियों के सशक्तिकरण के लिये कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। ये काबिलेतारीफ है। बिना नारी उत्थान के किसी भी सभ्य समाज की कल्पना करना मुश्किल है। आज हर क्षेत्र में बेटियां अपना जलवा बिखेर रही है। कानून ने महिलाओं को वो सारे अधिकार दिये हैं जो पुरुषों को मिला है। केंद्र व राज्य सरकार भी नारियों के उत्थान के लिये कई कार्यक्रम चला रहा है। महिलाओं को अब जागरूक होना होगा और वो हो भी रही हैं। आज हमारी बेटियां विश्वविद्यालय तक न केवल पहुंच रही है बल्कि अधिकांश विभाग की टॉपर बन रही हैं। वो दिन अब दूर नहीं जब लैंगिक असमानता इतिहास की बात हो जाएगी।*
*बतौर विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो० मुश्ताक अहमद ने कहा कि किसी भी दिवस मनाने का मूल मकसद समाज को पैगाम देना होता है कि उसका क्या महत्व होता है। मानव का दो रूपों पुरुष व महिला के रूप विभक्त होना प्राकृतिक देन है। लेकिन यह विडंबना ही है कि इसके एक रूप महिलाओं को ससमय वो महत्व नहीं दिया गया। जिसके वो वाजिब हकदार थे। पच्छिम के देशों ने इस सच्चाई को पहले ही समझ लिया तो उन्होंने उसे सारे समान अधिकार दे दिये। पच्छिम के देशों के विकसित होने का एक मुख्य कारण यह भी है। भारत के प्रांत केरल, कर्नाटक व पच्छिम बंगाल आदि ने भी महिलाओं के महत्व को समझा। आज वो हमसे काफी आगे है। वास्तव में बेटा और बेटियों में विभेद करना एक मानसिक विकार ही है। लेकिन अब धीरे-धीरे माहौल बदल रहा है। भारत व बिहार सरकार आज महिलाओं व बेटियों के उत्थान के लिये प्रतिबद्ध है। आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां बेटियां अपना परचम नहीं लहरा रही है। आप सभी प्रतिभागियों को मैं मेडल जीतने पर व गृह विज्ञान विभाग को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के सफल आयोजन पर बधाई देता हूँ।*
*बतौर विशिष्ट अतिथि विधि अधिकारी डॉ० सोनी सिंह ने कही कि अतंर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के सफल आयोजन के लिये सबसे पहले मैं विभागाध्यक्ष डॉ० दिव्या रानी हंसदा को बधाई देता हूँ। आज गृह विज्ञान विभाग के इस सफल आयोजन ने भारत सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना व बिहार सरकार के बेटियों के लिये विभिन्न योजनाओं को साकार कर रहा है। आज गृह विज्ञान विभाग में शोधार्थियों व छात्राओं का आत्मविश्वास यह साबित कर रहा है कि हमारी छात्राएं भी अब किसी से कम नहीं है। प्रतियोगिता में भाग ले रहे सभी छात्राओं को भी मैं स्वर्णिम भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं।*
*बतौर विशिष्ट अतिथि अंग्रेजी विभाग की शिक्षिका डॉ० पुनीता झा ने कही कि इस प्रकार के कार्यक्रम से हमारे छात्राओं में आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है। आज यहां आकर खुशी मिली कि गृह विज्ञान विभाग की छात्राओं ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम सप्ताह में बड़े स्तर पर मेडल जीती है। सबों को मैं अपनी ओर से बधाई देता हूं।*
*बतौर विभागाध्यक्ष डॉ० दिव्या रानी हंसदा ने कही कि आज सफलतापूर्वक अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह का समापन कार्यक्रम है। समापन समारोह के इस वेला पर मुख्य अतिथि प्रतिकुलपति मैडम, विशिष्ट अतिथि कुलसचिव साहब, विशिष्ट अतिथि विधि अधिकारी मैम व इंग्लिश विभाग की शिक्षिका डॉ० पुनीता झा मैम का गृह विज्ञान विभाग की ओर से स्वागत करता हूँ व सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य का कामना करती हूं। विश्वविद्यालय प्रशासन आपलोगों के सर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्ध व सदैव तत्पर है। साथ ही मैं निर्णायक मंडली, विभागीय शिक्षिका, कर्मी व मीडिया बंधुओं को धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ, जिनके बदौलत यह कार्यक्रम सफल हो पाया।*
*कार्यक्रम के शुरुआत में विभागीय छात्राओं व शोधार्थियों के आगमन के वेला पर स्वागत गान आयोजित हुआ। अंत में सभी कार्यक्रम के सफल प्रतिभागियों को प्रतिकुलपति प्रो० डॉली सिन्हा, विधि अधिकारी डॉ० सोनी सिंह, अंग्रेजी विभाग के विभागीय शिक्षिका डॉ० पुनीता झा के हाथों पुरुस्कार वितरण किया गया। इस दौरान मंच संचालन विभागीय शिक्षिका डॉ० प्रगति ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ० अपराजिता कुमारी ने किया। कार्यक्रम में शिक्षकेत्तर कर्मी नवीन कुमार सिंह, मो० अजहरुद्दीन समेत श्रीमती चिंता देवी उपस्थित थी।*