पार्टी अनुशासन नहीं मानने वालों के लिए भाकपा माले में जगह नहीं, राम कुमार माले से निष्कासित- उमेश कुमार।

30 सितंबर-1अक्टूबर को ऐपवा के दिल्ली राष्ट्रीय सम्मेलन को तन-मन-धन से सफल करने का निर्णय।

किसान महासभा का 28-29 अक्टूबर सीवान राज्य सम्मेलन की तैयारी तेज।

खेग्रामस का 7-8 नवंबर बेतिया राज्य सम्मेलन की सफलता को लेकर अभियान।

आइसा- इनौस संगठन का जाल बिछाकर समुचित शिक्षा- रोजगार के लिए संघर्ष तेज करेगी।

अक्टूबर के पहले सप्ताह में माले नगर निगम कमिटी का गठन कर जानलेवा होल्डिंग टैक्स के खिलाफ आंदोलन शुरू करेगी।

#MNN@24X7 समस्तीपुर, 17 सितंबर, भाकपा माले जिला कमिटी की दो दिवसीय बैठक रविवार को शहर के मालगोदाम चौक स्थित जिला कार्यालय में जिला सचिव उमेश कुमार की अध्यक्षता एवं पोलिट ब्यूरो मेंबर सह मिथिलांचल प्रभारी का० धीरेंद्र झा के पर्यवेक्षण में संपन्न हुई। जीबछ पासवान, रामचंद्र पासवान, अनील चौधरी, महावीर पोद्दार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, अजय कुमार, प्रमिला राय, मनीषा कुमारी, गंगा पासवान, लक्ष्मी साह, फिरोजा बेगम, बंदना सिंह, राजकुमार पासवान, सुनील कुमार, सत्यनारायण महतो, रौशन कुमार, महेश कुमार, दिनेश कुमार, ललन कुमार, फूलबाबू सिंह, जयंत कुमार, खुर्शीद खैर आदि ने बैठक में उपस्थित होकर अपने-अपने विचार व्यक्त किया।

30 सितंबर-1 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाले ऐपवा के राष्ट्रीय सम्मेलन, 28- 29 अक्टूबर को किसान महासभा के सीवान राज्य सम्मेलन, 7-8 नंवबर को खेग्रामस का बेतिया राज्य सम्मेलन को सफल बनाने समेत माले के महिला संगठन ऐपवा का सदस्यता अभियान में तेजी लाने, किसान महासभा एवं खेग्रामस का पंचायत, प्रखण्ड सम्मेलन में तेजी लाने, अक्टूबर प्रथम सप्ताह में माले महानगर कमिटी का गठन कर अप्रत्याशित टैक्स के खिलाफ आंदोलन चलाने, आइसा- इनौस का सांगठनिक सुदृढ़ीकरण करते हुए समुचित शिक्षा एवं रोजगार के सवाल को लेकर संघर्ष तेज करने समेत कई अन्य सांगठनिक एवं आंदोलनात्मक निर्णय लिया गया।

अन्य निर्णय की जानकारी देते हुए भाकपा माले जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि भाकपा माले अनुशासित पार्टी है। अनुशासन तोड़ने वालों का कोई जगह भाकपा माले में नहीं है। उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त रहने वाले पूर्व इनौस जिलाध्यक्ष सह पूर्व भाकपा (माले) जिला कमिटी सदस्यता राम कुमार( ठहरा गोपालपुर, पूसा) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किये जाने की जानकारी देते हुए कहा कि राम कुमार अब भाकपा माले में नहीं है और न ही भाकपा माले के किसी भी जन संगठन में हैं। उनकी गतिविधियों- क्रियाकलाप के लिए पार्टी कतई जिम्मेवार नहीं होगी। उन्हें छह महीने पूर्व कारण बताओ नोटिस दिया गया था, लेकिन उनके व्यवहार में सुधार के बदले लगातार गिरावट आ रही थी। अंततः उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला जिला कमिटी ने किया है।