#MNN@24X7 दरभंगा अक्टूबर, दिल्ली में कई पत्रकारों के घरों पर छापेमारी और उन्हें हिरासत में लिए जाने की निंदनीय घटना के खिलाफ आज दरभंगा में नागरिक प्रतिवाद मार्च निकाला गया। प्रतिवाद मार्च मिर्जापुर चौक से भोगेंद्र झा चौक तक फासीवादी बर्बरता के खिलाफ गगनभेदी नारों से निकाला गया।
मार्च का नेतृत्व जसम के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य प्रो सुरेंद्र प्रसाद सुमन, इनौस राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, आइसा राज्य सह सचिव प्रिंस राज, ऐपवा राष्ट्रीय परिषद सदस्य रानी सिंह, इंसाफ मंच के नेता रंजन प्रसाद सिंह, किसान महासभा के नेता केशरी कुमार यादव ने किया।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता पर लगातार हमला जारी है. जिन पत्रकारों के घरों पर दिल्ली पुलिस द्वारा छापा मारा गया है, वे दशकों से निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं और हमेशा से ही सत्ता को आईना दिखाने का काम करते रहे हैं।
ऐसे पत्रकारों पर छापेमारी करके केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली दिल्ली पुलिस न केवल इन पत्रकारों को जनसरोकारों के पक्ष में खड़े रहने के लिए धमकाने की कोशिश ही नहीं की
है, बल्कि उसने इनसे इतर भी पत्रकारों के जनसरोकारों से जुड़े डाटा को उन्हें भयाक्रांत कर नष्ट कर दिया है. इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र की मोदी सरकार देश में केवल अपना गुणगान करने वाला चारण मीडिया चाहतीहै, जिसे लोकप्रिय तौर पर गोदी मीडिया कहा जा रहा है।
आगे वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की इस घृणित कार्रवाई के बाद दुनिया भर में प्रेस स्वतंत्रता के मामले में देश की शाख को यह फासिस्ट सरकार रसातल में पहुंचा देगी। . हम तत्काल मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले की इस कार्रवाई को रोके जाने की मांग करते हैं। धरातल पर संविधान को बचाने के लिए जन आह्वान को सामने लाने वाले संदेशवाहक मीडिया को शिकार करने के बजाय, मोदी सरकार को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए और इस मुल्क में बीते साढ़े नौ साल से बरपाई गयी तबाही के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
इस अवसर पर ओणम सिंह, संतोष कुमार यादव, अनिकेत रंजन, हम्माद हाशमी, रूपक कुमार, दुर्गा दास, मुन्ना सिंह, धनराज साह, मोहम्मद जफर, राम प्रवेश कुमार, नीतीश कुमार, विनोद कुमार भारती, मोहम्मद फुलकान अली, दिनेश कुमार यादव, गुड्डू कुमार सहित कई लोग शामिल थे।