#MNN@24X7 दरभंगा, दरभंगा प्रेक्षा गृह में उपभोक्ताओं में जागरूकता लाने हेतु वन नेशन वन राशन जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन विनय कुमार, सचिव खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, बिहार सरकार, पलका सहनी संयुक्त सचिव उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, भारत सरकार एवं प्रभारी जिलाधिकारी सह उप विकास आयुक्त प्रतिभा रानी, चंद्रिमा अत्री अनुमंडल पदाधिकारी सदर, अमित भूषण महा प्रबंधक एफसीआई बिहार क्षेत्र, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राकेश कुमार रंजन द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर मिथिला के संस्कृति के अनुरूप प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा पाग, चादर, स्मृति चिन्ह और पौधा से दोनों अतिथियों का स्वागत किया गया।
सिंहवाड़ा के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी आकांक्षा द्वारा आगत अतिथियों के प्रति स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान से ही सरकार द्वारा राशन वितरण प्रणाली में लगातार सुधार किया जा रहा है। इस प्रणाली में नई सूचना तकनीकी का प्रयोग करते हुए सभी पीडीएस को पॉश मशीन उपलब्ध कराया जा चुका है अब आधार सत्यापन के बाद ही राशन दिया जाता है, साथ ही कितना अनाज दिया गया इसका हिसाब रशीद के जरिए दिया जाता है। बिहार में खाद्यान्न वितरण प्रणाली में पूरी पारदर्शिता लाई गई है।
केंद्र सरकार द्वारा जिन-जिन सुधारों को अपनाया गया है, बिहार ने उसे अच्छी तरह से लागू किया है। पोषण युक्त चावल वितरण के कार्यक्रम के आलोक में बिहार सरकार अब पोषण युक्त चावल का ही वितरण कर रही है, जिसमें आयरन, फोलिक एसिड एवं विटामिन-B12 शामिल है। खासकर महिलाओं एवं किशोरियों में एनीमिया की शिकायत रहती है, जिन्हें इससे काफी लाभ मिल रहा है।
बिहार में कुल बँटने वाले राशन में 10 से 11 महीने के राशन का चावल बिहार का ही रहता है, यहीं के किसानों के धान को खरीद कर उसे मिलिंग कराकर पोषण युक्त बनाया जाता हैं और उसी चावल का वितरण पीडीएस में किया जाता है।
बिहार सरकार की यह कोशिश है कि बिहार के किसानों के चावल को ही बिहार के लोगों तक पहुंचाया जाए। विगत वर्ष से ही पोषण युक्त चावल का वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राशन कार्ड अब एटीएम की तरह है जिस तरह एटीएम से कहीं भी राशि निकाली जा सकती है, उसी तरह अब किसी भी पीडीएस की दुकान से राशन लिया जा सकता है। यहाँ तक की परिवार के आधे सदस्य बिहार में और आधे सदस्य अन्य राज्य में खाद्यान्न का उठाव कर रहे हैं,सभी उपभोक्ताओं का आधार सीडिंग हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आधार कार्ड के अंतिम चार अंक याद रहने पर भी आपकी पहचान हो जाती है। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए अन्यत्र जाने वाले मरीज उनके परिजन या राज्य के बाहर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अपना राशन उठाव करने में वन नेशन वन राशन से काफी सहूलियत हो रही है।
परिवार के कुछ सदस्य जो राज्य के बाहर रहते हैं, वे अपने हिस्से का राशन का उठाव वहाँ कर रहे हैं एवं बिहार में रहने वाले शेष सदस्य यहाँ राशन उठाव कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार ऐसा राज्य है जहाँ अधिक से अधिक उपभोक्ता इसका लाभ उठा रहे हैं, लगभग दो लाख से ज्यादा लाभुक लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में सबसे ज्यादा लगभग डेढ़ लाख लोग लाभ उठा रहे हैं।
बिहार में भी कुछ लोग शिक्षा या रोजगार के लिए अन्य राज्य से आकर रहते हैं, लगभग तीन हजार ऐसे लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।
इस तरह अब उपभोक्ताओं को पूरी आजादी दे दी गई है कि वे जहाँ से चाहें, वहाँ से राशन का उठाव कर सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि उसी डीलर के पास वे जाएं।
उन्होंने कहा कि बिहार में एक करोड़ 70 लाख कार्ड का इस्तेमाल राशन उठाव के लिए प्रतिमाह किया जा रहा है, जिसमें लगभग 60 लाख कार्ड का इस्तेमाल दूसरे पीडीएस दुकान से राशन लेने में किया जा रहा है।
इस व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए अब कंप्यूटर के माध्यम से आवंटन दिया जा रहा है, जिस दुकानदार को जितनी राशन की आवश्यकता है उसे उतना दिया जा रहा है।
राशन वितरण की व्यवस्था को भी अद्यतन किया गया है। जिसका परिणाम है कि अक्टूबर महीने का 46 प्रतिशत राशन का वितरण आज की तिथि तक किया जा चुका है।
उन्होंने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे अपने परिवार के सभी सदस्य का आधार शिडिंग करा दे, यह हर दुकान पर कराई जा रही है।
31 दिसंबर 2023 तक बिना आधार सीडिंग के भी राशन देने की छूट है, लेकिन 31 दिसंबर के बाद जिनका आधार सीडिंग नहीं होगा, उन्हें राशन नहीं मिलेगा। इसका प्रचार-प्रसार खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग समाचार पत्र एवं विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से भी करा रही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संयुक्त सचिव, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने कहा कि वन नेशन वन राशन के तहत अब उपभोक्ताओं को अपना राशन भारत के किसी भी पीडीएस से उठाव करने की सुविधा मिल गयी है।
वे जहाँ से चाहे वहाँ से अपने राशन का उठाव कर सकते हैं, साथ ही आहार को पोषण युक्त बनाने के लिए अब पोषण युक्त चावल का वितरण कराया जा रहा है।
एक किलो पोषण युक्त चावल को 100 किलोग्राम चावल में मिलाकर उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इस चावल को पकाते समय मार नहीं पसाना है, नहीं तो इसका फायदा नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पोषण युक्त चावल वितरण माननीय प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी जिलाधिकारी ने वन नेशन वन राशन तथा पोषण युक्त चावल के लाभ से अवगत कराते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं को काफी सुविधा मिलेगी, तथा उनके स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी लाभुकों के बीच पोषण युक्त चावल के पैकेट का वितरण सभी माननीय अतिथियों के कर कमल से बारी बारी से किया गया। इस अवसर पर बहादुरपुर की उपभोक्ता शीला देवी, सिंहवाड़ा के सुनन्दू यादव, अलीनगर के योगेंद्र राम, दरभंगा सदर के कुंदन पासवान ने अपने-अपने अनुभव साझा किये तथा डीलर संघ के अध्यक्ष एवं पदाधिकारीयों ने भी अपनी बात रखी।
कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक जन संपर्क तथा धन्यवाद ज्ञापन अनुमंडल पदाधिकारी सदर द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में जिला आपूर्ति पदाधिकारी, प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी बिरौल मो. यूनुस अंसारी एवं आपूर्ति विभाग के सभी पणन पदाधिकारी उपस्थित थे।