#MNN@24X7 दरभंगा, कृषि विज्ञान केन्द्र जाले दरभंगा ने राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय जोगियारा-प.-जाले-दरभंगा के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थियों के सहयोग से गाजर घास उन्मूलन सप्ताह को मनाया।
इस कार्यक्रम में गाजर घास उन्मूलन के महत्व एवं उससे होने वाले नुकसान को विस्तृत रूप से बताया गया और विद्यालय परिसर के बाहर उगे हुए गाजर घास को भी उखाड़ कर परिसर को साफ किया गया।
इस जागरूकता अभियान के तहत कृषि विज्ञान केन्द्र जाले के डा प्रदीप कुमार विश्वकर्मा ने बताया की गाजर घास के लगातार संपर्क में आने से मनुष्यो में एक्जिमा, एलर्जी , बुखार, दमा आदि रोग की संभावना बढ़ जाती है वहीं पशुओं के दूध में करवाहट, उत्पादन में कमी समेत अनेक रोग पैदा हो जाते हैं। वरीय शोधकर्ता लोकेंद्र जी ने बताया कि गाजर घास के कारण फसल उत्पादन में 40 प्रतिशत तक कमी आंकी गई है।
उन्होंने बताया की इसके नियंत्रण के लिए किसानों को इसके पौधों को फूल आने से पूर्व उखारकर इकट्ठा कर जला देना चाहिएl
इस कार्यक्रम में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जोगियारा के प्रधानाचार्य मुरलीधर झा, एवं उनके सहयोगी अध्यापक एवं अध्यापिकाओं, सुनीति कुमारी झा, सारिका कुमारी, प्रमोद कुमार, दीनानाथ गिरी, अमृता जी ने बढ़चड़कर हिस्सा लिया। गाजर घास उन्मूलन के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र, जाले द्वारा लोगों के मध्य जागरूकता बढ़ाने के लिए नियमित जानकारी विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से भी दिया जा रहा हैl