शास्त्र संवर्धनी परिषद की विशिष्ट पहल
संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र ,शिक्षक व शोधार्थी की रहेगी भागीदारी
#MNN@24X7 दरभंगा, प्राच्य विषयों खासकर संस्कृत के प्रति चल रही विपरीत अवधारणाओं को पीछे छोड़ते हुए संस्कृत विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि शास्त्रीय विवेचना व गूढ़ विषयों पर मंथन अब छोटे कमरों में नहीं बल्कि खुले मंच पर प्रतिपादित किया जाएगा । समाज सीधे इस कार्यक्रम से जुड़े और अपनी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हों इसके लिए विश्वविद्यालय ने कल यानी 17 अक्टूबर को श्यामा माई मंदिर परिसर में शास्त्र वर्धनी परिषद के तत्वावधान में शास्त्रीय विवेचना का आयोजन किया है।
कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय की अध्यक्षता में कार्यक्रम चार बजे अपराह्न शुरू होगा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में व्याकरणाचार्य प्रो0 सुरेश्वर झा भी रहेंगे। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि कुलपति प्रो0 पांडेय की विशेष पहल से गठित शास्त्र संवर्धनि परिषद लगातार विभिन्न शास्त्रीय विषयों पर विवेचनाओं का आयोजन कर रही है। डॉ यदुवीर स्वरूप शास्त्री कार्यक्रम के संयोजक बनाये गए हैं। डॉ शम्भू शरण तिवारी के मंच संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ दयानाथ झा देंगे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ एल सविता आर्या करेंगी।